उत्तराखंड: मसूरी के भितरली गांव में बादल फटने से भारी तबाही, खेतों-घरों में आया सैलाब
गांव में बादल फटने के बाद हर तरफ अफरा-तफरी मच गई। इस दौरान दो गौशालाएं बह गईं। 6 से ज्यादा सड़कें बंद हैं, गांव में बिजली और पानी की आपूर्ति भी नहीं हो रही।
Aug 28 2021 12:19PM, Writer:Komal Negi
बारिश के रूप में बरस रही आफत से उत्तराखंड पर बड़ी बुरी बीत रही है। कुमाऊं से लेकर गढ़वाल तक बादल फटने की घटनाएं हो रही हैं। इस बार मसूरी क्षेत्र का भितरली गांव बादल फटने के बाद हुई तबाही का गवाह बना। यहां शुक्रवार सुबह मजरा कडरियाना में बादल फट गया। पहाड़ से सैलाब की शक्ल में आया मलबा देखते ही देखते खेतों-घरों में भर गया। घटना से हर तरफ अफरा-तफरी मच गई। इस दौरान दो गौशालाएं बह गईं, आधा दर्जन से अधिक स्थानों पर भूस्खलन से सड़कें बंद हो गईं। मसूरी-दून मार्ग गलोगी धार के पास करीब 14 घंटे तक बंद रहा। खेतों को भी भारी नुकसान पहुंचा है। मौके से तबाही की डराने वाली तस्वीरें सामने आई हैं। जिला पंचायत उपाध्यक्ष दीपक पुंडीर के मुताबिक क्षेत्र में कई दर्जन खेत तबाह हो गए हैं। गौशालाएं बह गईं, रास्ते भी नहीं बचे। पानी की लाइन क्षतिग्रस्त होने की वजह से गांव में पानी की सप्लाई नहीं हो रही।
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बिजली के पोल भी सैलाब की भेंट चढ़ गए, जिससे बिजली व्यवस्था ठप है। बहरहाल प्रशासन की टीम क्षेत्र का निरीक्षण का नुकसान का जायजा ले रही है। देहरादून-मसूरी के दूसरे क्षेत्रों में भी बारिश से मुश्किलें बढ़ गई हैं। सहस्रधारा-मालदेवता रोड पर ट्रैफिक बाधित है। गुरुवार देर रात मसूरी-दून मार्ग भी बंद रहा, जिससे पर्यटक परेशान रहे। कोल्हूखेत के पास बोल्डर आने से सड़क बंद रही। नाग मंदिर-हाथीपांव रोड, बारलोगंज मार्ग भी बोल्डर आने से बंद होता रहा। क्यारकुली गांव और कैंपटी के पास बंग्लो की कांडी गांव में भूस्खलन हुआ है। गलोगीधार की पहाड़ी से भी बोल्डर गिरते रहे, जिससे ट्रैफिक पूरा दिन बाधित रहा। उत्तराखंड में लगातार हो रही बारिश के कारण भूस्खलन और भूधंसाव से पांच नेशनल हाईवे समेत कुल 200 से ज्यादा सड़कें बंद हैं। मौसम विभाग के मुताबिक अगले 24 घंटे में नैनीताल, चंपावत, बागेश्वर और पिथौरागढ़ जैसे जिलों में भारी बारिश की संभावना है। इन जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट भी जारी किया गया है।