देहरादून: रानीपोखरी पुल हादसे में जिंदा लौटे संदीप और पिंटू, कहा-’टूटी रेलिंग ने बचा लिया’
पुल धंसने के बाद जो वाहन हादसे का शिकार हुए, उनमें से एक में संदीप और पिंटू भी सवार थे, दोनों के जिंदा बचने की कोई उम्मीद नहीं थी। आगे पढ़िए पूरी खबर
Aug 28 2021 12:56PM, Writer:Komal Negi
जिंदगी की कीमत वही समझ सकता है, जिसने मौत को करीब से देखा हो। देहरादून के रहने वाले संदीप और पिंटू ऐसे ही चंद खुशकिस्मत लोगों में से एक हैं, जो मौत को छूकर जिंदा बच निकले। बीते दिन ऋषिकेश-देहरादून मार्ग पर जाखन नदी पर बने पुल के बीच का बड़ा हिस्सा भरभरा कर ढह गया, जिस वक्त पुल ढहा उस वक्त पुल पर से कई गाड़ियां गुजर रही थीं। पुल के बड़े हिस्से के ढहते ही दो छोटे मालवाहक वाहन और एक कार बह गई। पुल धंसने के बाद जो वाहन हादसे का शिकार हुए, उनमें से एक में संदीप और पिंटू भी सवार थे, दोनों के जिंदा बचने की कोई उम्मीद नहीं थी, लेकिन भगवान का शुक्र है कि दोनों सही सलामत हैं। संदीप और पिंटू ने हादसे का खौफनाक अनुभव बयां करते हुए कहा, एक बार ऐसा लगा कि मौत आ गई, लेकिन जैसे ही उन्होंने लोडर की खिड़की खोली, नदी से ऊपर आने के लिए टूटी रेलिंग का सहारा लिया तो लगा कि दूसरी जिंदगी मिल गई.
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लोडर चालक पिंटू (30) पुत्र प्रधान चौहान और क्लीनर संदीप (19 वर्ष) देहरादून की इंदिरा कॉलोनी में रहते हैं। चालक पिंटू ने बताया कि शुक्रवार को वो सुबह 11 बजे लोडर में बेकरी का सामान लेकर ऋषिकेश जा रहे थे। दोनों रानीपोखरी का मोटरपुल पार करने वाले थे कि तभी पुल का एक हिस्सा अचानक धंस गया। उनसे आगे एक लोडर और एक कार चल रही थी, जो आगे बढ़ गए थे, लेकिन उनका वाहन टूटे हिस्से में फंसकर तिरछा हो गया। पिंटू और संदीप ने बताया कि एक बार के लिए मौत उनके सामने आकर खड़ी हो गई थी, लेकिन शुक्र है कि उन्हें एक रेलिंग का सहारा मिल गया। उसे पकड़कर दोनों किसी तरह बाहर निकल आए। हादसे में पिंटू और संदीप को चोट लगी है, वो अब भी गहरे सदमे में हैं। ऋषिकेश के अस्पताल में इलाज के बाद उन्हें घर भेज दिया गया।