उत्तराखंड: 'वो मेरी बहन पर गंदी नजर डालता था, इसलिए गोली से उड़ा दिया'
पूछताछ में आरोपी अंशुल ने बताया कि मंजीत उसकी बहन पर बुरी नजर रखता था। अंशुल ने मंजीत को कई बार समझाया भी, लेकिन मंजीत माना नहीं। आगे पढ़िए पूरी खबर
Oct 27 2021 5:00PM, Writer:Komal Negi
हरिद्वार के मंजीत हत्याकांड में सनसनीखेज खुलासा हुआ है। 18 साल के मंजीत की हत्या किसी और ने नहीं बल्कि उसके दोस्तों ने ही की थी। हत्याकांड का मुख्य आरोपी मंजीत का साथी अंशुल पुत्र संदीप है। वो शेरपुर खेलमऊ थाना झबरेड़ा का रहने वाला है। पुलिस ने अंशुल को गिरफ्तार किया है। पूछताछ में उसने बताया कि मंजीत उसकी बहन पर बुरी नजर रखता था। अंशुल ने मंजीत को इसे लेकर कई बार समझाया भी, लेकिन मंजीत माना नहीं। गुस्से में आकर अंशुल ने मंजीत को गोली मारकर उसकी हत्या कर दी। हैरान करने वाली बात ये है कि इस हत्याकांड में शिकार होने वाला और कत्ल करने वाले आरोपी कम उम्र के लड़के हैं। घटना मंगलौर कोतवाली क्षेत्र के लहबोली गांव की है। पिछले दिनों यहां 11वीं के छात्र मंजीत की हत्या कर दी गई थी। हत्याकांड के बाद से गांव में गम और गुस्से का माहौल था। परिजन हत्या के आरोपियों को जल्द गिरफ्तार करने की मांग कर रहे थे।
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बीते दिन पुलिस ने हत्याकांड का खुलासा कर दिया। आरोपी अंशुल ने पुलिस को पूछताछ में बताया कि 12 अक्टूबर को उसके जन्मदिन पर दूसरे दोस्तों के साथ मंजीत भी घर आया था। तब उसने अंशुल को उसकी रिश्तेदारी की एक बहन को पसंद करने की बात बताई। अंशुल ने मंजीत को बहन से दूर रहने की सलाह दी, लेकिन मंजीत माना नहीं। तब मंजीत को सबक सिखाने के मकसद से अंशुल ने 22 अक्टूबर को उसे स्कूल के बाद मिलने के लिए सढौली बुलाया। यहां अंशुल ने मंजीत पर तमंचा तान दिया, मंजीत भागने लगा तो तमंचे से फायर कर दिया, गोली मंजीत की कमर में जाकर लगी। बाद में अंशुल ने सिर से तमंचा सटाकर मंजीत को दूसरी गोली मार दी। ये घटना बीती 22 अक्टूबर की है। अगले दिन 24 अक्टूबर की शाम मखदूमपुर स्कूल के पीछे गन्ने के खेत से मंजीत का शव बरामद हुआ था। इस मामले में पुलिस ने अंशुल का साथ देने वाले 16 वर्षीय नाबालिग को भी हिरासत में लिया है।