उत्तराखंड-दिल्ली रोडवेज से जाने वाले ध्यान दें, अनफिट बसें दिल्ली गई तो होगी कार्रवाई!
अगर बस (Uttarakhand Roadways Delhi Bus) 10 साल से ज्यादा पुरानी हो गई तो उसके लिए हर हाल में प्रदूषण प्रमाण पत्र होना चाहिए।
Nov 23 2021 2:16PM, Writer:राज्य समीक्षा डेस्क
अगर आप उत्तराखंड से दिल्ली (Uttarakhand Roadways Delhi Bus) जा रहे हैं तो यह खबर आपके लिए है। अगर आप 10 साल से ज्यादा पुरानी रोडवेज बस में बैठकर उत्तराखंड से दिल्ली का सफर करने वाले हैं तो आपको मुश्किल हो सकती है। ऐसी बसों पर दिल्ली सरकार कार्रवाई का प्लान बना चुकी है। अगर बीच रास्ते ऐसी बसों पर कार्रवाई हुई, तो आपका वक्त बर्बाद हो सकता है। कुल मिलाकर पॉल्यूशन के लिहाज से अनफिट बस में सफर न करें। दरअसल दिल्ली के परिवहन आयुक्त की ओर से उत्तराखंड परिवहन मुख्यालय को एक पत्र भेजा गया है। पत्र में लिखा गया है कि दिल्ली में सार्वजनिक परिवहन के सभी वाहन सीएनजी से चलते हैं। इसके अलावा डीजल वाहनों का संचालन बंद हो चुका है। पत्र में आगे लिखा गया है कि बाहरी राज्यों के डीजल वाहन ही यहां आते हैं। इसलिए जो भी रोडवेज बसें यहां भेजें, वो 10 साल से ज्यादा पुरानी ना हो। अगर बस 10 साल से ज्यादा पुरानी हो गई तो उसके लिए हर हाल में प्रदूषण प्रमाण पत्र होना चाहिए। अगर ऐसा नहीं हुआ तो दिल्ली सरकार ऐसे वाहनों के खिलाफ कार्रवाई कर सकती है।
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परिवहन निगम की तरफ से बयान
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उधर परिवहन निगम के जीएम संचालन दीपक जैन का कहना है कि उत्तराखंड से सभी एसी बसें संचालित हो रही है जो या तो सीएनजी हैं या फिर 10 साल से कम पुरानी हैं। सभी बसों के पास प्रदूषण सर्टिफिकेट अनिवार्य तौर पर रखा गया है।
दिल्ली के लिए फिट बसें ही जरूरी
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फिलहाल उत्तराखंड परिवहन निगम की तरफ से भी साफ कर दिया गया है। दिल्ली के लिए पॉल्यूशन कंट्रोल के लिहाज से फिट बसें भेजी जा रही हैं।