उत्तराखंड: बड़े दिलेर थे CDS Bipin Rawat, म्यांमार में कर्नल कोठियाल को किडनैपर्स से बचाया था
आम आदमी पार्टी के नेता Colonel Ajay Kothiyal ने उस घटना के बारे में बताया, जब वो किडनैप हुए थे और CDS Bipin Rawat ने देवदूत बनकर उनको छुड़ाया था।
Dec 23 2021 10:23AM, Writer:कोमल नेगी
भारत के पहले CDS Bipin Rawat अब हमारे बीच नहीं हैं। उनके अकाल निधन से उत्तराखंड ही नहीं बल्कि पूरा देश शोकाकुल है। हर कोई उन्हें अपने-अपने तरीके से याद कर रहा है। आम आदमी पार्टी के नेता Colonel Ajay Kothiyal ने भी सीडीएस जनरल बिपिन रावत के साथ बिताये पलों को याद करते हुए उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी। यही नहीं कर्नल कोठियाल ने म्यांमार में हुई उस घटना के बारे में भी बताया, जब वो किडनैप हुए थे और बिपिन रावत ने देवदूत बनकर उनको छुड़ाया था। उन्होंने भावुक होते हुए कहा कि CDS Bipin Rawat से उनका पारिवारिक जुड़ाव था। वे हमेशा उनके मेंटोर रहे और रहेंगे।
Col Kothiyal के मददगार बने CDS Bipin Rawat
बीते दिनों को याद करते हुए कर्नल अजय कोठियाल (सेनि.) ने कहा कि जब मैं सेना में मेजर था उस दौरान मेरी पहली मुलाकात जनरल बिपिन रावत से हुई थी। वे मेरे मेंटोर थे। उन्होंने म्यांमार इंटरनेशनल प्रोजेक्ट का जिक्र करते हुए बताया कि जब वे म्यांमार इंटरनेशनल प्रोजेक्ट पर काम कर रहे थे, तब वहां वो किडनैप कर लिए गये थे। आगे पढ़िए... जब कर्नल के लिए भगवान बन गए CDS Bipin Rawat..
कर्नल कोठियाल कहते हैं कि जब वो किडनैप हुए तो CDS Bipin Rawat ने मध्यस्थता करते हुए उन्हें दुश्मनों के चंगुल से बाहर निकला।
ये था CDS Bipin Rawat का रुतबा
इस घटना के बाद उन्होंने Col कोठियाल को सुरक्षा भी मुहैया कराई थी। दरअसल केदारनाथ पुनर्निर्माण के बाद Colonel Ajay Kothiyal की वुड स्टोन कंस्ट्रक्शन कंपनी ने भारत सरकार के महत्वाकांक्षी कालादान रोड प्रोजेक्ट का कार्य किया। इसी दौरान कर्नल कोठियाल अपनी चार-सदस्यीय टीम के साथ प्रोजेक्ट की रेकी करने म्यांमार गए तो वहां अराकान आर्मी (म्यांमार का विद्रोही संगठन) ने उनका अपहरण कर लिया था। तब भारत सरकार के हस्तक्षेप के बाद ने उन्हें छुड़ा लिया गया था। इसमें सीडीएस जनरल बिपिन रावत का महत्वपूर्ण योगदान रहा। आप नेता कर्नल अजय कोठियाल ने कहा कि CDS Bipin Rawat की असामयिक मौत ने सबको झकझोर दिया है। बिपिन रावत के रूप में देश ने एक बहादुर और जांबाज योद्धा खो दिया। उनका यूं जाना देश के लिए अपूरणीय क्षति है।