कोरोनावायरस: उत्तराखंड में 10 जनवरी से लगेंगी बूस्टर डोज, 2 मिनट में पढ़िए पूरा प्लान
प्रदेश में साठ साल से ज्यादा उम्र के 9 लाख बुजुर्गों के साथ ही 1.15 लाख स्वास्थ्यकर्मियों और 1.80 लाख फ्रंटलाइन कार्यकर्ताओं को 10 जनवरी से बूस्टर डोज लगाई जाएगी।
Jan 8 2022 4:51PM, Writer:कोमल नेगी
राज्य में कोरोना संक्रमितों की संख्या लगातार बढ़ रही है। अब हेल्थ केयर वर्कर भी कोरोना की चपेट में आने लगे हैं। संक्रमण के खतरे को देखते हुए राज्य सरकार ने कई एहतियाती कदम उठाए हैं। प्रदेश में नाइट कर्फ्यू की अवधि बढ़ाई गई है। नई गाइडलाइन भी जारी कर दी गई है। अब फ्रंटलाइन वर्कर्स, बुजुर्गों और स्वास्थ्यकर्मियों को सुरक्षा कवच देने की तैयारी है। कोविड की दो डोज लगा चुके साठ वर्ष से अधिक आयु के वृद्धों, स्वास्थ्यकर्मियों और फ्रंटलाइन वर्कर्स को सुरक्षा कवच देने के लिए 10 जनवरी से बूस्टर डोज दी जाएगी। मुख्य सचिव डॉ. एसएस संधू ने सभी जिलाधिकारियों को इसकी पूरी तैयारी करने के निर्देश दिए। गुरुवार को सचिवालय में एक बैठक का आयोजन हुआ। जिसमें मुख्य सचिव ने कोविड की तीसरी लहर की संभावना से निपटने के लिए की गई तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने जिलाधिकारियों को कोविड की स्थिति पर लगातार नजर बनाए रखने को कहा। साथ ही इसे लेकर उच्चाधिकारियों के साथ हर दिन बैठक करने के निर्देश भी दिए।
मुख्य सचिव ने कहा कि 15 से 17 वर्ष के किशोरों का वैक्सीनेशन अगले सात दिन के भीतर किया जाए। 10 जनवरी से 60 वर्ष से अधिक के बुजुर्गों को बूस्टर डोज देने की तैयारी पूरी हो। मुख्य सचिव ने होम आईसोलेशन की व्यवस्था को सुदृढ़ किए जाने के लिए सभी आवश्यक कदम समय से उठाने के निर्देश दिए। साथ ही कहा कि प्राथमिक व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों तक आवश्यक दवाओं, कोविड आईसोलेशन किट आदि की समुचित व्यवस्था की जाए। अस्थाई स्वास्थ्य सुविधाओं को संचालन अवस्था में रखा जाए। सामान्य बेड, ऑक्सीजन बेड और वेंटीलेटरयुक्त बेड की उपलब्धता रहे। बता दें कि उत्तराखंड में पिछले एक हफ्ते से कोरोना संक्रमितों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। इसे देखते हुए सरकार ने भी महामारी को फैलने से रोकने के लिए उपाय शुरू कर दिए हैं। प्रदेश में साठ साल से ज्यादा उम्र के 9 लाख बुजुर्गों के साथ ही 1.15 लाख स्वास्थ्यकर्मियों और 1.80 लाख फ्रंटलाइन कार्यकर्ताओं को 10 जनवरी से बूस्टर डोज लगाई जाएगी।