image: Kedar Bhandari missing from Rishikesh cctv video

अग्निवीर बनने गया था केदार भंडारी, पुलिस ने चोरी का आरोपी बना दिया? अनहोनी की आशंका

पहले तो पुलिस अपनी कारस्तानी पर पर्दा डालती रही, लेकिन मामला मीडिया में आया तो Kedar Bhandari केस में पौड़ी पुलिस को बैकफुट पर आना पड़ा। आगे जानिए पूरा मामला
Oct 5 2022 5:18PM, Writer:कोमल नेगी

उत्तरकाशी का रहने वाला 22 साल का युवक Kedar Bhandari अग्निवीर बनने के लिए घर से निकला था, लेकिन उत्तराखंड पुलिस ने उसे चोरी का आरोपी बना दिया।

Kedar Bhandari missing from Rishikesh

इस युवक के खिलाफ पुलिस को कोई शिकायत नहीं मिली थी। इसलिए पुलिस ने युवक को हिरासत में लेकर एलआईयू भवन के पास स्थित नए भवन में एक सिपाही की सुपुर्दगी में छोड़ दिया। देर रात को युवक टॉयलेट जाने का बहाना कर कमरे से बाहर निकला और गंगा की ओर दौड़ लगा दी। पुलिस जब तक युवक को पकड़ पाती तब तक उसने लक्ष्मणझूला पुल से गंगा में छलांग लगा दी। युवक के गंगा में छलांग लगाने की घटना सीसीटीवी कैमरे में भी कैद हो गई, लेकिन पुलिस इस तरह की किसी भी घटना के होने से इनकार करती रही, पूरे घटनाक्रम पर पर्दा डालती रही।

हालांकि मामला मीडिया में आने पर पौड़ी गढ़वाल पुलिस ने आखिरकार अपने हथियार डाल दिए। मामले में थाना पुलिस की लापरवाही कि बात सामने आने के बाद एसएसपी पौड़ी ने घटना की जांच के लिए एएसपी शेखर सुयाल की अगुवाई में जांच टीम गठित कर दी है। वहीं एसडीआरएफ की टीम गंगा में डूबे युवक की तलाश कर रही है। युवक का नाम केदार सिंह भंडारी (22) पुत्र लक्ष्मण सिंह भंडारी है। वो उत्तरकाशी के धौंतरी पोस्ट ऑफिस चुनेर गांव का निवासी है। यहां आपको पूरार घटनाक्रम भी बताते हैं। दरअसल बीते सोमवार को तपोवन चौकी पुलिस को क्षेत्र के एक होटल में काम मांगने आए एक संदिग्ध युवक की सूचना मिली। युवक के पास एक प्लास्टिक का कट्टा था, जिसमें कुछ सिक्के, रुपये और अन्य सामान था। जानकारी के अनुसार मौके पर पहुंची तपोवन पुलिस को युवक ने बताया कि वह सिक्के और रुपये स्वर्गाश्रम स्थित परमार्थ निकेतन आश्रम के दानपात्र से चोरी कर लाया है।

युवक ने ये भी बताया कि वो कोटद्वार में अग्निवीर परीक्षा देने आया था। तपोवन चौकी पुलिस ने मामला लक्ष्मणझूला थाना क्षेत्र का होने के कारण स्थानीय पुलिस को सूचित किया। पुलिस युवक को गिरफ्तार कर लक्ष्मणझूला थाने ले आई। इस संबंध में परमार्थ निकेतन आश्रम प्रबंधन से तहरीर नहीं मिली थी, इसलिए युवक को एक सिपाही की हिरासत में छोड़ा गया था। इस दौरान युवक भाग गया और उसने गंगा में छलांग लगा दी। प्रारंभिक जांच में इस बात का खुलासा हुआ है कि युवक पुलिस हिरासत से फरार हुआ था। हालांकि उसके खिलाफ तहरीर नहीं मिली थी। मामले की जांच के लिए एसपी पौड़ी शेखर सुयाल और सीओ श्रीनगर श्याम दत्त नौटियाल बीते दो दिनों से ऋषिकेश में डेरा जमाए हुए हैं। दोनों अधिकारी मामले की बारीकी से जांच कर रहे हैं। उधर बुधवार को Kedar Bhandari के परिजन भी लक्ष्मणझूला थाना पहुंचे और घटना को लेकर पुलिस के खिलाफ आक्रोश जताया।


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