Dehradun: झूठा शपथ पत्र भरकर बना ग्राम प्रधान, तीन संतान होने की बात निर्वाचन आयोग से छुपाई
यहाँ एक ग्राम प्रधान झूठा शपथ पत्र भरकर पंचायती चुनाव में शामिल हुआ, शिकायतकर्ता द्वारा लगाए गए आरोपों के घेरे में आने से ग्राम प्रधान को निलंबित कर दिया गया है।
Jul 4 2024 11:52AM, Writer:राज्य समीक्षा डेस्क
ग्राम प्रधान प्रतीतनगर अनिल कुमार पिवाल पर आरोप है कि उनकी तीन संतानें हैं, उन्होंने वर्ष 2019 में एक संतान दिखाते हुए झूठा शपथ पत्र भरकर निर्वाचन आयोग के सामने पेश किया था। जाँच के बाद प्रथम दृष्टया दोषी पाए जाने पर उन्हें ग्राम प्रधान के पद से निलंबित कर दिया गया है।
Gram Pradhan Suspended For Having Three Children in Dehradun
बबीता कमल कुमार निवासी प्रतीतनगर (रायवाला) ने 11 अप्रैल 2023 को राज्य निर्वाचन आयोग, सचिव पंचायती राज और जिलाधिकारी को शिकायत देते हुए आरोप लगाया कि ग्राम प्रधान अनिल कुमार पिवाल की तीन संतानें हैं। उनका कहना है कि 2019 के पंचायत चुनाव के दौरान अनिल कुमार ने झूठा शपथ पत्र निर्वाचन आयोग के समक्ष प्रस्तुत किया था। उस समय उनकी दो संतानें थीं, लेकिन शपथ पत्र में उन्होंने केवल एक संतान का ही उल्लेख किया। प्रधान निर्वाचित होने के बाद 10 मार्च 2022 को उनकी तीसरी संतान भी हुई।
दो से अधिक संतान वाला व्यक्ति नहीं रह सकता प्रधान
उत्तराखंड पंचायत राज नियमों के अनुसार तीन संतान वाला व्यक्ति ग्राम प्रधान के पद पर बने रहने का पात्र नहीं होता है। इस शिकायत के बाद जिला पंचायत राज अधिकारी के नेतृत्व में एक टीम गठित की गई, जिसने प्रकरण की जांच की। टीम ने नगर निगम ऋषिकेश, स्वास्थ्य केंद्र रायवाला, आंगनबाड़ी केंद्र और स्वास्थ्य केंद्र मसूरी से भी जानकारी प्राप्त करके जिला पंचायत राज अधिकारी ने रिपोर्ट जिलाधिकारी को सौंपी और प्रथम दृष्टया उन्हें दोषी पाया गया है। उनकी ओर से प्रस्तुत किए गए जवाब भी संतोषजनक नहीं पाए गए, जिस कारण एक जुलाई को उन्हें निलंबित कर दिया गया। अब फाइनल जांच के लिए एक नई समिति गठित की जाएगी।