उत्तराखंड तैयार है..चैंसू, भटवाड़ी, चुरकाणी का स्वाद लेंगे इनवेस्टर्स मीट के निवेशक!
उत्तराखंड में होने वाली इन्वेस्टर्स मीट कई मायनों में यादगार होने जा रही है। इस बार मेहमानों का स्वागत पहाड़ी व्यंजनों के साथ होगा।
Oct 6 2018 5:05AM, Writer:रश्मि पुनेठा
उत्तराखंड तैयार है अपने पहले इंवेस्टर्स समिट के लिए। 7 और 8 अक्टूबर को आयोजित इस कार्यक्रम में देश ही नहीं विदेश से भी उद्योगपति उत्तराखंड आएंगे। दो दिन तक चलने वाले इस सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शिरकत करेंगे। राज्य सरकार उद्योगपतियों को उत्तराखंड से रुबरु कराते हुए कारोबार के लिए बेहतरीन माहौल के बारे में जानकारी देगी । ताकि बड़े स्तर पर प्रदेश में निवेश हो सके। इसी समिट के दौरान उत्तराखंड आए देशी और विदेशी मेहमानों को यहां के व्यंजनों का स्वाद भी चखने का मौका मिलेगा। अपने अगल तरह के व्यंजनों के लिए मशहूर उत्तराखंड इस बार इस सम्मेलन के दौरान आयोजित भोज में 18 तरह के पहाड़ी व्यंजनों को परोसेगा। आज तक बाहरी लोगों ने पहाड़ी व्यंजनों का स्वाद चखकर उसकी खूब वाह वाही की है।
यह भी पढें - खुशखबरी: उत्तराखंड में अब इलैक्ट्रिक बसों की शुरुआत, मसूरी-देहरादून रूट पर ट्रायल
ऐसे में प्रदेश में पहली बार होने वाले इंवेस्टर्स समिट में आए लोग इस स्वाद से कैसे अछूते रह सकते है। 7 और 8 अक्टूबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ कई देश विदेश के लोग पहाड़ी व्यंजन का स्वाद चखेंगे। विदेशी मेहमान यहां शाकाहारी व्यंजन के साथ पहाड़ी व्यजनों का भी स्वाद लेते दिखेंगे। 7 अक्टूर को देहरादून में होने वाले इंवेस्टर्स समिट के आयोजन की तैयारियां अंतिम दौर में है। सरकार भी कोशिश कर रही है कि इतने बड़े आयोजन में शामिल होने वाले मेहमानों की मेहमानदारी में कोई कमी न रह जाए। यहीं वजह है कि मेहमानों के लिए 7 अक्टूबर को ऋषिकेश में गंगा आरती के बाद भव्य भोज कार्यक्रम होगा। जिसमें प्रदेश सरकार ने खासतौर पर पहाड़ी व्यंजनों को प्राथमिकता दी है। आइए आपको इन व्यंजनों की लिस्ट बता देते हैं।
यह भी पढें - देहरादून में साढ़े 3 लाख रुपए में घर..फाइनल हुई लिस्ट, आपने अप्लाई किया क्या ?
मेहमानों की थाली में परोसे जाने वाले व्यंजनों में मंडवे के आटे की बनी रोटी, काले सोयाबीन की भटवाणी, उड़द दाल की काफली, आलू और मूली की थिचवाणी, कंडाली पनीर की सब्जी परोसी जाएगी। इसके अलावा सोयाबीन गहथ दाल का फाणु, गहथ दाल की गथवाणी, पहाड़ी लाल चावलों का भात, सभी स्थानीय दालों से बनने वाला चुरकाणि, मठ्टा झंगोरा से बने थापली, झंगोरा, सब्जी से बने काफली शामिल होंगे। वही स्वीट डिश की बात करे तो खाने के बाद विशेष तौर से झंगोरे की खीर और कट्टू का हलवा पहाड़ी खाने की शान बढ़ाएगा। मुख्यमंत्री के औद्योगित सलाहकार के. एस. पंवार ने प्रदेश में पहली बार आयोजित होने वाली इंवेस्टर समिट के आयोजन को एतिहासिक करार देते हुए कहा कि यहां आने वाले उद्योगपति इंवेस्टर समिट को हमेशा याद रखेंगे।
यह भी पढें - गढ़वाल की बेटी कौन बनेगा करोड़पति में पहुंची, अमिताभ को बताई पहाड़ की खूबसूरती
इसी मकसद से समिट में पहाड़ी पकवानों को परोसा जाएगा ताकि इंवेस्टर्स उत्तराखंड के व्यंजनों के महत्व को समझे। किस तरह ये खाना लोगों की सेहत के साथ उनके शरीर के लिए फायदेमंद है। वही उन्होंने बताया कि समिट के दौरान प्रधानमंत्री मोदी के साथ 850 डेलीगेट्स, 700 इंवेस्टर्स और 200 स्टूडेंट रहेंगे। उद्योगपतियों को प्रदेश में निवेश के लिए प्रोत्साहित करने के लिए देहरादून में हो रहे इस दो दिवसीय समिट से राज्य सरकार के साथ लोगों को भी काफी उम्मीदे है। इसी वजह से राज्य सरकार कोई भी मौका नहीं छोड़ना चाहती। उत्तराखंड में निवेश होने का मतलब रोजगार से है जो प्रदेश की प्रमुख समस्याओं में से एक है। अब देखना होगा कि दो दिन तक चलने वाले इस समिट से राज्य को कितना फायदा होता है।