उत्तराखंड निकाय चुनाव: BJP ने जारी की उम्मीदवारों की लिस्ट, गामा पर खेला दांव
इस बार भारतीय जनता पार्टी के लिए उत्तराखंड के निकाय चुनाव किसी अग्निपरीक्षा से कम नहीं। बीजेपी की तरफ से कैंडिडेट की लिस्ट फाइनल हो चुकी है। देखिए
Oct 21 2018 5:38AM, Writer:मोहित रावत
निकाय चुनाव का बिगुल बज चुका है। उत्तराखंड की धरती इस बार क्या कहानी लिखेगी? मैदान सज चुका है और महारथियों के नामों की घोषणा बीजेपी की तरफ से भी हो गई है। सबसे खास नज़र देहरादून नगर निगम के मेयर प्रत्याशी पर होगी। बीजेपी ने इस बार देहरादून नगर निगमं के लिए सुनील उनियाल गामा पर दांव खेला है। बीते दो बार से देहरादून मेयर पद पर बीजेपी की ही जीत हुई है और इस बात सवाल साख का है। शनिवार को बीजेपी की चार घंटे की मैराथन बैठक चली और इसके बाद 7 नगर निगमों के प्रत्याशियों के नाम फाइनल किए गए हैं। आइए इस बारे में आपको जानकारी दे देते हैं।
देहरादून नगर निगम के लिए बीजेपी की तरफ से मेयर पद के उम्मीदवार सुनील उनियाल गामा होंगे। गामा को मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत का करीबी बताया जाता है।
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हरिद्वार नगर निगम के लिए अनु कक्कड़ को बीजेपी की तरफ से कैंडिडेट चुना गया है। अनु हालांकि बीजेपी के लिए नई नवेली हैं। पिछले चुनाव में बीजेपी के मनोज गर्ग ने यहां से जीत हासिल की थी। काशीपुर नगर निगम के मेयर पद के लिए बीजेपी की तरफ से उषा चौधरी को कैंडिडेट घोषित किया गया है। पिछली बार भी उषा चौधरी ने ही यहां से जीत हासिल की थी। रुद्रपुर नगर निगम के लिए बीजेपी ने इस बार रामपाल सिंह पर दांव खेला है। 2013 में सोनी कोली ने बीजेपी के टिकट पर यहां जीत हासिल की थी। हल्द्वानी नगर निगम के लिए बीजेपी ने इस बार फिर से डॉ. जोगेंद्र रौतेला को कैंडिडेट चुना है। पिछली बार भी जोगेंद्र रौतेला यहां से जीत चुके हैं।
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ऋषिकेश नगर निगम से बीजेपी ने अनीता ममगाईं पर दांव खेला है। उन्हें प्रदेश संगठन और की पसंद बताया जाता है।
कोटद्वार से बीजेपी ने नीतू रावत पर दांव खेला है। नीतू रावत लैंसडौन क्षेत्र के विधायक दिलीप रावत की पत्नी हैं। वहीं, 39 नगर पालिका परिषदों में से 36 और 38 नगर पंचायतों में से 35 में अध्यक्ष पदों के उम्मीदवार घोषित किए गए हैं। खबर है कि इस बार प्रत्याशियों के चयन से पहले ही सर्वे कराया गया। एक एक प्रत्याशी के नाम पर गहन चर्चा की गई है। जनता के बीच पकड़, बेदाग छवि और कई बातों को ध्यान में रखकर नामों पर मुहर लगाई गई है।