दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल रेफर हुई पहाड़ की ‘दामिनी’, हालत बेहद नाजुक..दुआ करें
पौड़ी गढ़वाल में सिरफिरे की करतूत का शिकार बनी छात्रा को दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल रवाना किया गया है। इलाज का खर्च सरकार उठाएगी।
Dec 20 2018 3:44AM, Writer:रश्मि पुनेठा
पौड़ी गढ़वाल में जो कुछ भी हुआ, उससे हर किसी की रूह कांप उठी होगी। एक हैवान ने छात्रा पर पेट्रोल छिड़ककर आग के हवाले कर दिया। पीड़ित छात्रा की हालत बेहद नाजुक बनी हुई है। छात्रा को बेहतर उपचार के लिए दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल भेजा गया है। जॉलीग्रांट एयरपोर्ट से एयर एम्बुलेंस के जरिये पीड़िता को ले जाया गया। इस बीच सरकार ने ऐलान किया है कि पीड़िता के इलाज का पूरा खर्च सरकार ही वहन करेगी। दोपहर 12:30 बजे छात्रा को ऋषिकेश एम्स से एंबुलेंस के जरिए जॉलीग्रांट एयरपोर्ट ले जाया गया। यहां से एयर एंबुलेंस के जरिए छात्रा को सफदरजंग अस्पताल दिल्ली के लिए भेजा गया। एम्स के पीआरओ डॉ. हरीश थपलियाल का कहना है कि राज्य सरकार ने एयर एंबुलेंस की व्यवस्था की है। छात्रा की हालत अभी गंभीर बनी हुई है और एम्स के दो डॉक्टर छात्रा के साथ दिल्ली जा रहे हैं।
यह भी पढें - उत्तराखंड: ऋषिकेश एम्स में भर्ती हुई ‘दामिनी’, दिल्ली एम्स भेजने की तैयारी...दुआ कीजिए
ये वारदात पौड़ी जिले के कफोलस्यूं पट्टी की है। बीएससी सेकेंड ईयर की छात्रा प्रैक्टिकल परीक्षा देकर स्कूटी से घर की तरफ लौट रही थी। इस बीच गहड़ गाव का शख्स मनोज उसका पीछा करते हुए भीमली तक आ पहुंचा। उसने पहले युवती का रास्ता रोका और फिर जबरदस्ती करने की कोशिश की। जब छात्रा ने इस बात का विरोध किया, तो हैवान शख्स ने उस पर पेट्रोल छिड़ककर आग के हवाले कर दिया। इसके बाद आरोपी मौके से भाग गया। इलाका सुनसान था और छात्रा की चीख किसी को नहीं सुनाई दी। इस बीच वहां से गुजर रहे एक शख्स ने छात्रा को झुलसी हालत में पड़े देखा और तुरंत पुलिस को खबर कर दी। तुरंत ही आपात कालीन सेवा की मदद से छात्रा को जिला अस्पताल पौड़ी लाया गया।
यह भी पढें - देहरादून: चार बहनों का इकलौता भाई चला गया, जुनूनी इश्क ने उजाड़ी दो परिवारों की खुशियां
शुरुआती इलाज किया गया लेकिन छात्रा की हालत बेहद खराब हो गई थी। इसके बाद छात्रा को श्रीनगर मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया। बताया जा रहा है कि छात्रा का शरीर लगभग 70 प्रतिशत झुलसा हुआ है। शुरुआती जांच कहती है कि आरोपी शख्स तीन चार दिन से छात्रा को परेशान कर रहा था। उसने बकायदा छात्रा को आग लगाई और इसके बाद उसकी मां को फौन पर कहा कि ‘तुम्हारी बेटी को जला दिया है, अब जो करना है तो कर लो।’ इस वारदात के बाद से इलाके के लोग गुस्से में हैं।
सवाल ये है कि आखिर पहाड़ पर ये किसकी नज़र लग गई? आखिर इस मानसिकता को क्या हो गया है? पहाड़ में अब तक ऐसी खबरें बहुत कम सुनने को मिली हैं, ऐसे में ये खबर रौंगटे खड़े कर देती है और साथ ही सवाल खड़े करती है कि क्या वास्तव में पहाड़ में भी अब बेटियां सुरक्षित नहीं रह गई ?