उत्तराखंड में जहरीली शराब का कहर, 24 घंटे के भीतर 20 मौत..यूपी में 44 मरे !
उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश में बीते 24 घंटे के भीतर 64 लोगों की मौत से मातम पसरा हुआ है। जहरीली शराब ने सब कुछ खत्म कर दिया।
Feb 9 2019 4:32AM, Writer:आदिशा
इसलिए कहते हैं कि शराब शरीर के लिए सबसे ज्यादा नुकसानदायक होती है। नशे की लत का अंजाम क्या होता है? ये उन 64 परिवारों से पूछिए जहां मातम पसरा हुआ है। उत्तराखंड के हरिद्वार के रुड़की और उससे सटे यूपी के सहारनपुर के लिए शुक्रवार का दिन बेहद मनहूस रहा। 64 लोगों पर जहरीली शराब मौत बनकर टूटी। हालत ये है कि 120 लोगों की हालत अस्पताल में गंभीर बनी है। उत्तराखंड में अब तक प्रशासन ने 16 मौतों की पुष्टि की है लेकिन एक वेबसाइट में छपी रिपोर्ट के मुताबिक ये आंकड़ा 20 तक पहुंच गया है। जानकारी के मुताबिक इन सभी लोगों ने अवैध रूप से बिक रही कच्ची शराब का सेवन किया था। ग्रामीणों की मौत के बाद प्रशासन में हड़कंप मचा है, आनन-फानन में आबकारी निरीक्षक समेत 13 अधिकारियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। इन सभी अधिकारियों को मुख्यालय से अटैच कर घटना के मजिस्ट्रेटी जांच के आदेश दे दिए गए हैं।
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डीएम दीपक रावत, आईजी गढ़वाल अजय रौतेला और एसएसपी जन्मेजय खंडूड़ी ने मौके पर पहुंच कर घटना की जानकारी ली। मरने वालों में से ज्यादातर लोग झबरेड़ा इलाके के रहने वाले थे। यहां के दस लोगों की जहरीली शराब से मौत हुई है। एसएसपी ने भी झबरेड़ा के थानाध्यक्ष, चौकी प्रभारी और एक कांस्टेबल को निलंबित कर दिया है।घटना भगवानपुर तहसील की है। जहां झबरेड़ा थाना क्षेत्र के बाल्लुपुर और बिंडुखड़क गांव में पिछले कई साल से कच्ची शराब का धंधा चल रहा था। बड़े पैमाने पर यहां से कच्ची शराब गांवों में भेजी जाती थी। बुधवार और गुरुवार को भी ग्रामीणों ने यहां से शराब खरीदी थी। इसके बाद तो मौतों का सिलसिला शुरू हो गया। जिलाधिकारी दीपक रावत ने घटना पर दुख जताते हुए मजिस्ट्रेटी जांच के आदेश दिए हैं। अपर जिलाधिकारी (वित्त) ललित नारायण मिश्रा मामले की जांच करेंगे।
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मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि हरिद्वार जिले की रुड़की तहसील में शराब से हुई मौतों के मामले में आबकारी विभाग के 13 व पुलिस के चार अधिकारी-कर्मचारियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। घटना की मजिस्ट्रीयल जांच और मुख्य सचिव व डीजीपी को इस मामले में दोषी पाए जाने वालों पर शीघ्र कारवाई करने के निर्देश दिए गए हैं। महानिदेशक स्वास्थ्य व सीएमओ हरिद्वार को चिकित्सालयों में भर्ती लोगों को उचित चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के लिए निर्देशित कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि ‘इस हृदय विदारक घटना में जान गंवाने वालों के प्रति मेरी संवेदना है’।