पहाड़ में ऐसी जिला पंचायत सदस्य भी हैं..बेटी पैदा होने पर करती हैं 2500 की NSC
जिला पंचायत सदस्य लक्ष्मी भट्ट ने बेटियों को बचाने के लिए अनोखी मुहिम शुरू की है...आइए जानते हैं इस मुहिम की खास बातें...
May 17 2019 2:33PM, Writer:कोमल नेगी
गरीब परिवार में आज भी जब बेटी पैदा होती है तो परिवार वाले गम में डूब जाते हैं...हालांकि इस गम को लोग खुलकर जाहिर नहीं करते, लेकिन पहाड़ की रहने वाली एक बेटी इसे ना केवल अच्छी तरह समझती थी, बल्कि इस सोच को बदलने के लिए आज भी दिन रात एक किए हुए है...इनका नाम है लक्ष्मी भट्ट, जो कि पिथौरागढ़ के गुरना क्षेत्र की जिला पंचायत सदस्य हैं। अपने क्षेत्र में बेटियों को बचाने और उन्हें शिक्षा के अवसर देने के लिए लक्ष्मी भट्ट ने अनोखी पहल की है। इसके तहत क्षेत्र में गरीब परिवार में पैदा होने वाली बेटी के नाम वो 2500 रुपए की एनएससी करती हैं, ताकि इस पैसे से बच्ची की परवरिश और उसकी शिक्षा की व्यवस्था की जाए। यही नहीं नवजात के दिव्यांग होने पर वो उसे भी 2500 रुपये की सहायता राशि प्रदान करती हैं। जिला पंचायत सदस्य लक्ष्मी भट्ट सरकार के बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान को घर-घर तक पहुंचा रही हैं, और लोगों से बेटियों को बचाने की अपील कर रही हैं।
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लक्ष्मी की इस अनूठी पहल की लोग खूब सराहना कर रहे हैं, लक्ष्मी का मानना है कि अगर हमें समाज के लिए कुछ बेहतर करना है तो उसकी शुरुआत अपने क्षेत्र से करनी चाहिए। लक्ष्मी ना केवल बच्चियों को बचा रही हैं, उन्हें पढ़ने...आगे बढ़ने के अवसर दे रही हैं, बल्कि वो पर्यावरण को भी संरक्षित कर रही हैं। दरअसल जब भी किसी परिवार में बेटी का जन्म होता है, तो नामकरण संस्कार के वक्त वो घर के आंगन में पौधारोपण कराती हैं...जिस तरह परिवार अपने बच्चे की देखभाल करता है, उसी तरह इस पौधे की भी देखभाल की जाती है...उसे पनपने-बढ़ने के मौके दिए जाते हैं...लक्ष्मी भट्ट की ये अनूठी पहल वाकई कमाल की है..वो समाज के लिए बेहतर कार्य करने में जुटी हुई हैं और इसके लिए उन्हें कई कार्यक्रमों में सम्मानित किया जा चुका है।
पिथौरागढ़: जिले की गुरना क्षेत्र की जिला पंचायत सदस्य लक्ष्मी भट्ट ने एक अनूठी पहल प्रारंभ की है। अपने क्षेत्र में गरीब...
Posted by City Pithoragarh on Wednesday, May 15, 2019
लक्ष्मी ने साबित कर दिया है कि समाज के लिए कुछ बेहतर करने के लिए संसाधन से पहले इच्छाशक्ति का होना जरूरी है...बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ उनके जीवन का मिशन बन गया है, जिसे पूरा करने के लिए वो लगातार मेहनत कर रही हैं।