उत्तराखंड: पिता बेचते थे चाय, बेटे ने यू-ट्यूब से की पढ़ाई...IIT दिल्ली में हुआ सलेक्शन
ऋषिकेश के व्योम ने कमाल कर दिया, तकनीक का बेहतर इस्तेमाल कैसे करना है ये कोई व्योम से सीखे...
Jul 5 2019 4:04PM, Writer:कोमल नेगी
तकनीक का बेहतर इस्तेमाल करना भी एक हुनर ही है, जो हर किसी के पास नहीं होता। अब ऋषिकेश के होनहार व्योम को ही देख लीजिए, इन्होंने आईआईटी जैसी कठिन परीक्षा में सफलता हासिल की है, और जानते हैं ये सब उन्होंने कैसे किया, यू-ट्यूब देखकर...आपको ये जानकार हैरत हो रही होगी, पर सच यही है। रेलवे रोड के पास रहे वाले व्योम बचपन से ही आईआईटी ज्वाइन करने का सपना देखा करते थे। बड़े हुए तो आईआईटी के एंट्रेंस एग्जॉम के लिए कोचिंग लेने की सोची, पर जेब अलाउ नहीं कर रही थी। पिता चाय की ठेली लगाते थे। घर का खर्च चलाना ही मुश्किल था, फिर कोचिंग के लिए पैसे कहां से लाते। कोचिंग के पैसे नहीं थे तो व्योम ने यू-ट्यूब पर एजुकेशनल वीडियो देखने शुरू किए और आईआईटी की तैयारी में जुट गए। उनकी मेहनत रंग लाई और व्योम दूसरी कोशिश में आईआईटी का एंट्रेंस एग्जाम क्लीयर करने में सफल रहे। उनका दाखिला आईआईटी दिल्ली में हुआ है। व्योम गुप्ता होनहार हैं, उन्होंने 12वीं की परीक्षा ऋषिकेश पब्लिक स्कूल से पास की। जिसमें उन्होंने 97.4 परसेंट नंबर हासिल किए थे।
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उस वक्त उनका एडमिशन नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (एनआईटी), जयपुर में हुआ था। पर एनआईटी में उनका मन नहीं लगा, क्योंकि वो आईआईटी में एडमिशन लेना चाहते थे। 5 महीने बाद एनआईटी छोड़कर व्योम घर लौट आए और आईआईटी की तैयारी करने लगे। इंटरनेट और यू-ट्यूब की मदद से आईआईटी की तैयारी की। व्योम की ये सफलता कई मायनों में खास है। पिछले साल तक उनके पिता रेलवे रोड पर चाय की ठेली लगाते थे। अब वो कपड़ों की दुकान में काम करते हैं। मां आरती गुप्ता ब्यूटी पार्लर में काम करती हैं, तब कहीं जाकर घर खर्च के पैसे जुटते हैं। व्योम ने ये साबित कर दिया है कि अगर दिल से मेहनत की जाए, तो सफलता की राह खुद ब खुद निकल आती है। बस हमें खुद पर भरोसा होना चाहिए। राज्य समीक्षा टीम की तरफ से व्योम जैसे होनहारों को ढेरों बधाई, उनकी ये कहानी सचमुच प्रेरणादायी है और दूसरे लोगों को भी आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करेगी।