उत्तराखंड को वॉटर स्पोर्ट्स डेस्टिनेशन बनाने की तैयारी, संचालन के लिए तैयार की जा रही नीति
प्रदेश में वॉटर स्पोर्ट्स को बढ़ावा देने की कवायद जारी है, वॉटर स्पोर्ट्स एक्टिविटीज के संचालन के लिए विभाग नीति तैयार कर रहा है...
Nov 8 2019 1:11PM, Writer:कोमल
उत्तराखंड में पर्यटन के साथ-साथ एडवेंचर स्पोर्ट्स को बढ़ावा देने के प्रयास चल रहे हैं। प्रदेश में एडवेंचर स्पोर्ट्स एक्टिविटिज का आयोजन भी हो रहा है। हाल ही में देहरादून में पैराग्लाइडिंग महोत्सव का आयोजन हुआ। भीमताल में भी पैराग्लाइडिंग शुरू हो चुकी है। औली स्कीइंग तो वहीं ऋषिकेश रीवर राफ्टिंग के लिए मशहूर है। अब उत्तराखंड में वॉटर स्पोर्ट्स गतिविधियों के संचालन के लिए नीति तैयार की जा रही है। जिसमें स्कूबा डाइविंग, जेट स्कीइंग पैरासेलिंग और कयाकिंग के साथ-साथ केनोइंग को भी शामिल किया जाएगा। नीति में इनके संचालन के लिए नियम तय किए जाएंगे। नियमों के अनुसार ही खेलों का संचालन किया जाएगा। प्रदेश वॉटर स्पोर्ट्स के क्षेत्र में तेजी से आगे बढ़ रहा है।
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वॉटर स्पोर्ट्स से सरकार को राजस्व मिल रहा है और स्थानीय युवाओं को रोजगार के अवसर। इस क्षेत्र में अब भी काफी काम होना बाकी है। नीति बनेगी तो नियमों के तहत स्पोर्ट्स एक्टिविटीज का आयोजन होगा, सुरक्षा के मानक तय होंगे। प्रदेश में स्कूबा डाइविंग की अच्छी संभावाएं हैं। टिहरी झील के नीचे पूरा शहर डूबा है, जिसे देखने के लिए देश-दुनिया के पर्यटक उत्तराखंड आ सकते हैं। यही वजह है कि अब पर्यटन विभाग वॉटर स्पोर्ट्स के लिए नीति तैयार कर रहा है। नीति में अनुभवी प्रशिक्षकों से लेकर तमाम उपकरण रखे जाने का प्रावधान किया जा रहा है। इस संबंध में विभागीय अधिकारियों की बैठक हो चुकी है। नीति को अंतिम रूप दिया जा रहा है, जिसके बाद इसे कैबिनेट में रखा जाएगा। एडवेंचर स्पोर्ट्स को बढ़ावा देने और पर्यटकों की सुरक्षा के लिहाज से ये एक अच्छा कदम है।