देहरादून में इंसानियत शर्मसार, बीमार महिला को अस्पताल में लावारिस छोड़ गया युवक
महिला के दिमाग में खून का थक्का जमा है, हॉर्ट में भी वॉल्व लगा है, जल्द ही ऑपरेशन ना हुआ तो महिला बच नहीं सकेगी...
Nov 14 2019 6:21PM, Writer:कोमल नेगी
सब सच ही कहते हैं, इंसानियत का कोई मोल नहीं रह गया है। अब देहरादून में ही देख लें जहां जिंदगी और मौत के बीच झूल रही महिला को युवक अस्पताल में मरने के लिए छोड़ गया। युवक महिला को दून मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में लाया और उसे भर्ती करा कर चला गया। महिला की गंभीर हालत को देख अस्पताल प्रशासन ने युवक को फोन किया तो उसने वापस आने से साफ इनकार कर दिया।
महिला के दिमाग में खून का थक्का जमा है। उसका जल्द ही ऑपरेशन ना हुआ तो वो बच नहीं सकेगी। मामला अब पुलिस के पास है। एसपी सिटी श्वेता चौबे ने मसूरी इंस्पेक्टर से महिला के बेटे को ट्रेस कर मामले की जांच करने को कहा है। घटना 3 नवंबर की है। एक युवक बेहोशी की हालत में महिला को लेकर अस्पताल आया था और उसे एडमिट करा दिया। महिला का नाम मीना देवी है, वो 45 साल की है।
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मीना देवी मसूरी के नागदेव मंदिर मार्ग की रहने वाली है। डॉक्टरों ने कहा कि सीटी स्कैन से पता चला कि महिला के दिमाग में खून का थक्का जम गया है। युवक ने जो दस्तावेज जमा कराए हैं, उसके अनुसार महिला के हॉर्ट में वॉल्व लगा हुआ है। ऐसे में एमआरआई भी नहीं हो सकता। उसकी हालत गंभीर है। महिला का जल्द ही ऑपरेशन करना होगा, पर इसके लिए उसके परिजनों की अनुमति चाहिए। अस्पताल स्टॉफ ने महिला को हॉस्पिटल लाने वाले युवक के साथ ही उसके बेटे को कई बार फोन किया पर दोनों ने आने से इनकार कर दिया।
महिला को अस्पताल लाने वाले युवक का कहना है कि उसके मसूरी स्थित घर में धर्मपाल नाम का केयरटेकर रहता था। मीना उसी के साथ रहती थी। पिछले दिनों धर्मपाल अचानक गायब हो गया। जब वो दिल्ली से मसूरी लौटा तो महिला बेहोशी की हालत में मिली। जिसे उसने 108 की मदद से पहले मसूरी अस्पताल और फिर दून हॉस्पिटल पहुंचाया। डॉक्टर महिला के ऑपरेशन के लिए उसके परिजनों की स्वीकृति मिलने का इंतजार कर रहे हैं। मामले की सूचना पुलिस को दे दी गई है, मसूरी पुलिस जांच कर रही है।