image: Retired officer son committed suicide for not get government job

उत्तराखंड: बेटे ने पिता की बंदूक से खुद को मारी गोली, नौकरी ना मिलने से डिप्रेशन में था

असफलता ने प्रभात को कुछ इस कदर निराश किया कि उसने पिता की लाइसेंसी बंदूक से खुद को गोली मार ली...
Dec 18 2019 1:54PM, Writer:कोमल

खुशी और संतुष्टि का पैमाना हर किसी के लिए अलग-अलग है। एक फारसी कहावत है कि ‘मैं अपने पास जूते ना होने की बात पर तब तक रोता रहा, जब तक मैंने उस आदमी को नहीं देख लिया, जिसके पास पैर नहीं थे’। हम में से ज्यादातर लोगों का यही हाल है। अपने लिए सफलता-असलफता का पैमाना खुद ही सेट कर लेते हैं, सफलता नहीं मिलती तो बुरा लगता है, जिंदगी बेकार लगने लगती है। रुद्रपुर के रहने वाले प्रभात जागेश्वरी के साथ भी ऐसा ही हो रहा था। वो सालों से प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहा था, पर सरकारी नौकरी नहीं लग पाई। लगातार मिल रही असफलता ने प्रभात को कुछ इस कदर निराश किया कि उसने पिता की लाइसेंसी बंदूक से खुद को गोली मार ली। प्रभात की उम्र सिर्फ 29 साल थी, माता-पिता उसे बहुत प्यार करते थे। तीन साल पहले उसकी शादी भी हो गई थी। प्रभात का एक बेटा भी है, जो सिर्फ डेढ़ साल का है, लेकिन सरकारी नौकरी की चाह उस पर कुछ इस कदर हावी थी, कि उसने माता-पिता और पत्नी की भावनाओं, उनके दुख की जरा भी परवाह नहीं की। अल्मोड़ा में एक जगह है भगवानपुर, जहां दीवान लाल का परिवार रहता है। दीवान लाल सीआईएसएफ के रिटायर्ड एएसआई हैं।

यह भी पढ़ें - पहाड़ के इस सरकारी स्कूल के आगे फेल हैं शहर को मॉर्डन स्कूल, एक शिक्षक की मेहनत को सलाम
दीवान लाल का बेटा प्रभात सरकारी नौकरी के लिए तैयारी कर रहा था। वो तनाव में रहता था। सोमवार को जब परिवार के लोग खाना खाकर सोने गए तो प्रभात ने पिता की लाइसेंसी बंदूक से अपनी कनपटी पर गोली मार ली। एक झटके में सबकुछ खत्म हो गया। परिवार वालों ने बताया कि प्रभात दो बार पीसीएस की परीक्षा दे चुका था, लेकिन कम नंबरों की वजह से उसका चयन नहीं हो सका। प्रभात डिप्रेशन में रहता था। हल्द्वानी में उसका इलाज भी चल रहा था। तीन साल पहले उसकी शादी मीनाक्षी के साथ हुई थी। परिजनों ने सोचा शायद अब प्रभात की जिंदगी बदल जाएगी। डेढ़ साल पहले बेटा सिद्धार्थ प्रभात की जिंदगी में आया, पर प्रभात के लिए तो सबकुछ मानों थम सा गया था। पिता ने प्रभात को कार खरीदकर दी थी, उसका बिजनेस सेट करने की कोशिश में लगे थे, लेकिन प्रभात तो सरकारी नौकरी ना लग पाने के गम में ही जी रहा था। सोमवार को उसने खुदकुशी कर ली। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और लाश को अपने कब्जे में ले लिया। पुलिस मामले की जांच कर रही है।


View More Latest Uttarakhand News
View More Trending News
  • More News...

News Home