देहरादून: मोबाइल पर बात करता रहता था युवक, परिजनों ने डांटा तो फांसी लगा ली
आकाश परिवार का इकलौता चिराग था, माता-पिता उसके साथ वक्त बिताना चाहते थे, पर उसे तो मोबाइल प्यारा था...
Dec 31 2019 2:34PM, Writer:कोमल
मोबाइल...ये कभी सिर्फ बातचीत का जरिया हुआ करता था, पर अब ये बातचीत कम टाइमपास का जरिया ज्यादा बन गया है। कुछ लोग तो मोबाइल की लत को बढ़ते अपराधों की जड़ भी मानते हैं। बच्चे मोबाइल पर इतना बिजी रहते हैं कि उनके पास माता-पिता से बात करने तक का वक्त नहीं होता। माता-पिता रोक-टोक करते हैं तो बच्चे आत्मघाती कदम उठाने तक से नहीं झिझकते। कुल मिलाकर मोबाइल फोन जिंदगी से ज्यादा प्यारा हो गया है। देहरादून में भी ऐसा ही हुआ। सोमवार को यहां 24 साल के आकाश ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। वजह है मोबाइल। परिजनों ने बताया कि आकाश हर वक्त मोबाइल फोन पर चिपका रहता था। 28 दिसंबर को इसी बात पर उसकी और परिवार वालों की बहस हो गई। तब से आकाश लापता था। सोमवार को उसकी लाश गांव के जंगल में पेड़ से लटकी मिली
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आकाश का परिवार प्रेमनगर के झोल चौकी गांव में रहता है। पिता मनोज कुमार किसान हैं, आकाश उनका इकलौता बेटा थे, जिस पर पूरा परिवार जान छिड़कता था, पर आकाश की जान तो मोबाइल में अटकी थी। हर वक्त मोबाइल से चिपका रहता था। माता-पिता बच्चे के साथ वक्त बिताना चाहते थे, पर आकाश उनकी भावनाओं को समझा ही नहीं। दो दिन पहले परिजनों ने उसे डांट दिया। मोबाइल पर ज्यादा बात करने पर नाराजगी जताई। माता-पिता की ये डांट आकाश को इतनी नागवार गुजरी कि उसने मोबाइल तो नहीं छोड़ा, पर जिंदगी जरूर खत्म कर ली। आकाश की मौत के बाद से पूरा परिवार सदमे में है, परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। वो आकाश की मौत का जिम्मेदार खुद को मान रहे हैं। वहीं पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है, मामले की जांच की जा रही है।