देहरादून में गुंडे मवाली अब सुधर जाएं, आ रही हैं 450 तेज-तर्रार आंखें
शहर के हित में उठाया गया ये स्मार्ट कदम बढ़ते अपराधों और अपराधियों पर अंकुश लगायेगा...
Jan 3 2020 3:23PM, Writer:कोमल
उत्तराखंड की राजधानी देहरादून...एजुकेशन हब के तौर पर मशहूर ये जगह अपराधियों के निशाने पर है। क्राइम का ग्राफ लगातार बढ़ रहा है। शहर और शहरवासियों की सुरक्षा खतरे में है। दून की सीमाएं क्योंकि दूसरे राज्यों से सटी हुई हैं, इसीलिए अपराधी वारदातों को अंजाम देने के बाद आसानी से बच निकलते हैं, पर अब ऐसा नहीं होगा। देहरादून की निगरानी का जिम्मा आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस कैमरों पर होगा, जो कि अपराधी के चेहरे की पहचान करेंगे। ऐसे में अपराधी का बच निकलना आसान नही होगा। स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत राजधानी में 450 आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस कैमरे लगाये जाएंगे। 250 कैमरे फरवरी तक लग जाएंगे। बाकि कैमरे मई तक लगा दिये जाएंगे। कुल मिलाकर अब अपराधियों की खैर नहीं है। शहर की निगरानी आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस कैमरे करेंगे, इनकी नजर से बच पाना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन है।
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इन कैमरों की खासियत भी आपको बताते हैं। कैमरों में कैद फोटो और दूसरी जानकारी एनालिटिकिल इंजन तकनीक की मदद से अपराधी के चेहरे की पहचान करेगी। इनका संचालन ‘सदैव दून’ (आईसीसीसी) से होगा। कैमरे सार्वजनिक जगहों पर लगाये जाएंगे। जिनमें पुलिस की मदद से अपराधियों की फोटो अपलोड की जाएगी। जैसे ही कोई अपराधी शहर के किसी भी क्षेत्र में दिखेगा। आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस कैमरे के जरिए आईसीसीसी को सूचना मिल जाएगी। बाद में पुलिस एनालिटिकल इंजन फोटो में मौजूद चेहरे की पहचान करेगी। इंटरनेट, डाटा और सोशल मीडिया पर सर्च कर संबंधित व्यक्ति का पता लगाया जाएगा। जानकारी मिलते ही पुलिस उसके खिलाफ कार्रवाई करेगी। इन कैमरों से लापता लोगों को खोजने में भी मदद मिलेगी। कैमरे लगाने का जिम्मा देहरादून स्मार्ट सिटी लिमिटेड को दिया गया है। शहर के हित में उठाया गया ये स्मार्ट कदम बढ़ते अपराधों और अपराधियों पर अंकुश लगायेगा।