पहाड़ के सपूत को मिली बड़ी जिम्मेदारी, इंडियन कोस्ट गार्ड में डिप्टी कमांडेंट बने अंकित..बधाई दें
अंकित बिजल्वाण भारतीय तटरक्षक बल में डिप्टी कमांडेंट बन गए हैं...आप भी उन्हें शुभकामनाएं दें...जानिए उनका सफर
Jan 8 2020 4:28PM, Writer:कोमल
पहाड़ के लाल अपनी कर्मठता और ईमानदारी के लिये जाने जाते हैं। यही वजह है कि केंद्र ने देवभूमि के बेटों को अहम जिम्मेदारी दी है। खासकर सेना और रक्षा से जुड़े क्षेत्रों में उत्तराखंड के होनहारों का खासा दबदबा दिखता है। नये साल पर जनरल बिपिन रावत को लेकर अच्छी खबर आई थी। उन्हें देश का पहला सीडीएस नियुक्त किया गया। अब एक अच्छी खबर उत्तरकाशी से आ रही है। जिले के रहने वाले अंकित बिजल्वाण को भारतीय तटरक्षक बल में अहम जिम्मेदारी मिली है। अंकित बिजल्वाण भारतीय तटरक्षक बल में डिप्टी कमांडेंट बन गए हैं। अंकित बिजल्वाण की पदोन्नति से क्षेत्र में खुशी की लहर है। उनके घर पर बधाई देने वालों का तांता लगा है। अंकित बिजल्वाण पुरोला विकासखंड के पोरा गांव के रहने वाले हैं। अंकित साल 2013 में बतौर सहायक कमांडेंट भारतीय तटरक्षक बल में शामिल हुए थे। उनकी शुरुआती ट्रेनिंग भारतीय नौसेना एकेडमी के एझिमाला सेंटर में हुई, जो कि केरल में है। वो अब तक कोची, विशाखापट्टनम, चेन्नई, अंडमान-निकोबार, दुबई और ओमान जैसी जगहों पर सेवाएं दे चुके हैं।
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अंकित दो साल तक पश्चिम बंगाल में भारत से सटी बंगाल की समुद्री सीमा की सुरक्षा में भी तैनात रहे। उन्होंने कई सर्च और रेस्क्यू मिशन में हिस्सा लिया। सर्वोत्तम सेवा के लिए उन्हें पदोन्नति मिली। 30 दिसंबर 2019 को अंकित बिजल्वाण की डिप्टी कमांडेंट के पद पर प्रोन्नति हुई। स्थानीय जनप्रतिनिधियों और ग्रामीणों ने पहाड़ के लाल के प्रमोशन पर खुशी जताते हुए उन्हें बधाई दी। राज्य समीक्षा टीम की तरफ से भी अंकित बिजल्वाण को ढेरों बधाई। आपको बता दें कि अक्टूबर में कोस्ट गार्ड में महानिरीक्षक रहे आनंद प्रकाश बडोला को भी कोस्ट गार्ड कमांडर (रीजन पश्चिम) के पद पर नियुक्ति मिली थी। महानिरीक्षक आनंद प्रकाश बडोला का परिवार देहरादून में रहता है। पहाड़ के बेटे ही नहीं बेटियां भी कोस्ट गार्ड में अफसर के तौर पर सेवाएं दे रही हैं। इन्हीं में से एक हैं बागेश्वर की सोनाली मनकोटी। सोनाली पिछले साल भारतीय तटरक्षक सेवा में बतौर असिस्टेंट कमांडेंट शामिल हुईं। सोनाली कुमाऊं की ऐसी पहली महिला अधिकारी हैं, जिन्होंने कोस्ट गार्ड सेवा में शामिल होकर उत्तराखंड को गौरवान्वित किया है।