उत्तराखंड के इस गांव में शराब पिलाई तो 6 महीने के लिए होंगे बेदखल..25 हजार का जुर्माना
उत्तराखंड का सैनार गांव...यहां अगर कोई शराब बेचता या पिलाते हुए पकड़ा गया तो उसे 6 महीने के लिए गांव से बाहर कर दिया जाएगा। हुक्का पानी बंद होगा, साथ ही 25 हजार का जुर्माना भी वसूला जाएगा।
Jan 24 2020 3:12PM, Writer:कोमल नेगी
नशे की लत पहाड़ को बर्बाद कर रही है। देर से ही सही पर अब शराबबंदी के लिए ग्रामीण स्तर पर प्रयास होने लगे हैं। कुछ दिन पहले नारायणबगड़ की महिलाओं ने गांवों में शराबखोरी पर प्रतिबंध लगाने का ऐलान किया था। महिलाओं के इस कदम की तारीफ हुई, जिसके बाद ये मुहिम आगे बढ़ी है। उत्तराखंड का सैनार गांव.. अल्मोड़ा जिले के इस गाव की पंचायत ने भी शराब के सेवन पर प्रतिबंध लगाने के लिए खास पहल की है। ग्राम पंचायत ने शराब के सेवन पर पूरी तरह रोक लगाने के लिए एक बड़ा कदम उठाया है। यहां खुली पंचायत में ये तय किया गया कि गांव में जो भी ग्रामीण शराब पिलाएगा या बेचेगा उसका हुक्का-पानी छह महीने के लिए बंद कर दिया जाएगा। 25 हजार का जुर्माना भी वसूला जाएगा। शराब पर रोक लगाने वाले इस गांव का नाम है सैनार गांव।
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उत्तराखंड का सैनार गांव
लोअर माल रोड से सटे इस गांव में शराब की दुकान नहीं है, लेकिन क्षेत्र में अवैध शराब का धंधा खूब चल रहा है। एक वक्त था जब सैनार गांव के युवा एथलेटिक्स और फुटबॉल में टॉप पर रहते थे, पर नशे की लत ने युवाओं को भीतर ही भीतर खोखला कर दिया, गांव बर्बादी की कगार पर जा पहुंचा। हाल में जब ग्राम पंचायत की बैठक हुई तो उसमें शराब की लत का मुद्दा जोर-शोर से उठा। प्रधान अर्जुन सिंह के नेतृत्व में हुई खुली बैठक में पंच बुलाए गए और तय हुआ कि अब गांव में ना तो कोई शराब बेचेगा और ना ही शराब पिलाई जाएगी। गोपनीय शिकायत पर अगर कोई शराब बेचता या पिलाते हुए पकड़ा गया तो उसे 6 महीने के लिए गांव से बाहर कर दिया जाएगा। हुक्का पानी बंद होगा, साथ ही 25 हजार का जुर्माना भी वसूला जाएगा। सैनार गांव में जो शुरुआत हुई है, वो पहल पहाड़ के हर गांव में होनी चाहिए। नशे की लत के चलते पहाड़ के लोग बर्बाद हो रहे हैं, ये समय जागने का है, अगर हम अब भी नहीं संभले, तो फिर शायद कभी नहीं संभल पाएंगे।