गढ़वाल राइफल के लापता जवान की पत्नी अस्पताल में भर्ती, सलामती की दुआ कीजिए
कश्मीर से हवलदार राजेंद्र सिंह (missing jawan rajendra singh negi) की पत्नी राजेश्वरी देवी की तबीयत बिगड़ गई है, उन्हें इलाज के लिए आर्मी हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया है।
Feb 11 2020 1:15PM, Writer:कोमल नेगी
गढ़वाल राइफल्स के हवलदार राजेंद्र सिंह (missing jawan rajendra singh negi) का परिवार इस वक्त मुश्किल दौर से गुजर रहा है। इस परिवार की तकलीफ का आप और हम अंदाजा भी नहीं लगा सकते। लापता जवान के बारे में सेना अब तक कोई जानकारी नहीं दे पाई है। परिजन रो-रोकर बेसुध हो गए हैं। जवान की पत्नी की तबीयत बिगड़ गई है। वो पिछले दो दिन से आर्मी हॉस्पिटल में एडमिट है। हवलदार राजेंद्र सिंह की पत्नी पिछले एक महीने से पति की सलामती की खबर मिलने का इंतजार कर रही है। उनकी सुध-बुध खो गई है। वो भूखी-प्यासी पति का इंतजार कर रही है। दो दिन पहले जवान की पत्नी राजेश्वरी देवी की तबीयत खराब हो गई थी। जिसके बाद उन्हें आर्मी हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया। सोमवार को उत्तराखंड रक्षा अभियान के पदाधिकारी और अन्य लोग अस्पताल पहुंचे और जवान की पत्नी का हालचाल जाना। उन्होंने सरकार से परिवार की मदद करने की मांग भी की।
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जवान के परिवार की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। सेना ने भी हवलदार राजेंद्र सिंह (missing jawan rajendra singh negi) के वेतन पर रोक लगा दी है। सैन्य सूत्रों के अनुसार जवान के लापता होने के दिन से उसके जीवत या मृत होने का पता चलने तक वेतन पर रोक लगा दी जाती है। नियमानुसार किसी भी लापता जवान का शव मिलने या सेना की ओर से उसे मिसिंग घोषित करने के बाद ही परिवार को पेंशन आदि का लाभ मिलेगा। वेतन रोके जाने से राजेंद्र सिंह के परिवार के सामने आर्थिक संकट पैदा हो गया है। परिवार पर मकान का लोन भी है। आपको बता दें कि सेना की 11वीं गढ़वाल राइफल्स में तैनात हवलदार राजेंद्र सिंह नेगी 8 जनवरी को कश्मीर में आए बर्फीले तूफान के दौरान लापता हो गए थे। तब से उनके बारे में कुछ पता नहीं चला। जवान के बारे में कोई सूचना नहीं मिलने से परिजनों का धैर्य भी जवाब देने लगा है। जवान की पत्नी राजेश्वरी देवी के बीमार हो जाने की वजह से बूढ़े सास-ससुर और बच्चों की देखभाल के लिए घर में अब कोई नहीं है। आसपास के लोग ही जवान के परिवार का सहारा बने हुए हैं।