उत्तराखंड: कोरोना के डर से कर्मचारी ने उठाया आत्मघाती कदम, अपने गले की नस काटी
उत्तराखंड में पशु चिकित्सालय के एक चिकित्सक कर्मी ने गले की नस काट कर आत्महत्या करने का प्रयास किया। उनके परिजनों ने बताया कि कोरोना के डर से उसने ये आत्मघआती कदम उठाया।
Apr 1 2020 11:53AM, Writer:अनुष्का ढौंडियाल
कोरोना का खौफ़ हम सब के अन्दर मौजूद है। और हो भी क्यों न? इस वायरस ने समस्त विश्व को अंत की कगार पर खड़ा कर दिया है। चीन से आया ये वायरस तेजी से भारत को भी अपनी चपेट में ले रहा है। इस जानलेवा वायरस ने उत्तराखंड में भी अपना आतंक मचाया हुआ है। लोगों को दहशत में रखा हुआ है। कोरोना के लक्षण बेहद सामान्य हैं इसलिए इसकी पहचान करना थोड़ा जटिल है। सही ढंग से हुए मेडिकल टेस्ट के बाद ही आपको कोरोना के पॉज़िटिव या नेगेटिव होने का रिज़ल्ट मिल पाता है। कई लोग इसके डर से खुद ही अपनी जान ले रहे हैं। ऐसा ही मामला उत्तराखंड के गंगोलीहाट में सामने आया है। इसी वायरस के डर से उत्तराखंड के गंगोलीहाट में पशु अस्पताल में कार्यरत एक कर्मचारी ने गले की नस काट कर आत्महत्या का प्रयास किया। काफी गम्भीर हालत में उसके परिजन उसको पिथौरागढ़ के जिला अस्पताल लेकर गए। डॉक्टरों ने उसे हल्द्वानी रेफर करदिया है। आगे पढ़िए
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प्राप्त जानकारी के अनुसार लोहाघाट के निवासी जीवन सिंह(45) पशु चिकित्सालय में चिकित्साकर्मी के तौर पर कार्यरत थे और रोज़ की तरह मंगलवार को भी ड्यूटी पर गए थे। उनकी पत्नी ने बताया कि जीवन सिंह को पिछ्ले तीन दिनों से गले मे दर्द की शिकायत थी। जीवन सिंह ने ये खुद ही अनुमान लगा लिया कि यह लक्षण कोरोना वायरस के हैं जिसके बाद वे घबरा गए और खुद को कोरोना का शिकार मानते हुए उन्होंने मंगलवार की शाम को घर वापसी की और खुद को कमरे में बंद करदिया। इसके बाद उन्होंने कोरोना की टेंशन में अपने गले की नस काट ली। घटना के वक्त जीवन सिंह के घरवाले घर में ही मौजूद थे तो वो तुरंत ही उनको अस्पताल लेकर गए। उनकी हालत गम्भीर बताई जा रही है। फिलहाल हमारी आपसे अपील है कि संयम बरतें। कोरोना अगर आपको संक्रमित भी कर दे तो भई ठीक होने की उम्मीदें होती हैं।