उत्तराखंड में यूपी से चोरी-छुपे दाखिल हुए 50 लोगों को पुलिस ने पकड़ा, सभी के सभी क्वारेंटाइन
उत्तराखंड की सीमाएं सील हैं, फिर भी लोग चोरी-छिपे किसी तरह उत्तराखंड पहुंच ही रहे हैं। उत्तर प्रदेश और दूसरे राज्यों से आने वाले लोग प्रदेश के लिए बड़ा खतरा साबित हो सकते हैं, खासकर इनका बिना स्क्रीनिंग के पहाड़ पहुंचना बेहद खतरनाक है...
Apr 3 2020 11:41PM, Writer:कोमल नेगी
बाहरी क्षेत्रों से उत्तराखंड लौट रहे लोग पहाड़ की सुरक्षा में सेंध लगा रहे हैं। 14 अप्रैल तक उत्तराखंड लॉकडाउन है। प्रदेश की सीमाएं सील हैं, इसके बावजूद बाहरी क्षेत्रों से लोग लगातार प्रदेश में घुसने की कोशिश कर रहे हैं। आपको याद होगा 1 अप्रैल को रुद्रपुर में पुलिस ने ऐसे ही 13 लोगों को पकड़ा था। बाद में इनमें से तीन लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए। ताजा मामला खटीमा का है, जहां पुलिस ने अलग-अलग शहरों से खटीमा में दाखिल हो रहे 50 लोगों को रोक लिया। सभी को क्वॉरेंटाइन सेंटर भेजा गया है। पकड़े गए लोग चोरी-छिपे खटीमा में दाखिल होने की कोशिश कर रहे थे। अब इन्हें 14 दिन तक क्वॉरेंटाइन रहना होगा। आपको बता दें कि पुलिस प्रशासन ने नानकमत्ता, खटीमा और झनकईया थाना क्षेत्र में एक क्वॉरेंटाइन टीम बनाई है। ये टीम चोरी-छिपे गांवों में दाखिल होने वाले लोगों को क्वॉरेंटाइन सेंटर भेजने का काम कर रही है।
यह भी पढ़ें - गजब: उत्तराखंड पुलिस के जवानों ने पूरा शहर उजड़ने से बचा लिया
टीम प्रभारी अरविंद बहुगुणा ने बताया कि पड़ोसी राज्यों से लोग लगातार उत्तराखंड में दाखिल हो रहे हैं। हमने ऐसे ही 50 लोगों को पकड़ा है। यह सभी लोग देश के अलग-अलग राज्यों से लौटे हैं। उत्तर प्रदेश के रास्ते उत्तराखंड में दाखिल हुए हैं। पूछताछ में उन्होंने बताया कि वो खटीमा, चंपावत, पिथौरागढ़ और टनकपुर जाना चाहते हैं। मझोला क्षेत्र में इन लोगों का हेल्थ चेकअप कराया गया। बाद में सभी को बसों में बैठाकर क्वॉरेंटाइन सेंटर रुद्रपुर भेज दिया गया। उत्तराखंड इस वक्त बड़े खतरे से जूझ रहा है। कोरोना पेशेंट्स की संख्या लगातार बढ़ रही है। बाहर से चोरी-छिपे उत्तराखंड में दाखिल होने वाले लोग प्रदेश के लिए बड़ा खतरा साबित हो सकते हैं, हो भी रहे हैं। आप भी सतर्क रहें। बाहर से लौटे लोगों का दर्द हम भी समझते हैं, लेकिन ये समय खुद से पहले दूसरों के बारे में सोचने का है। इसलिए बाहर से लौटे हैं तो प्रशासन की गाइड लाइन फॉलो करें। क्वॉरेंटीन रहें, प्रशासन को सहयोग दें। क्योंकि लॉकडाउन आपकी और हमारी सुरक्षा के लिए ही है।