गढ़वाल का सपूत आतंकी मुठभेड़ में शहीद, 2 बहनों का इकलौता भाई था..इस साल होनी थी शादी
पौड़ी गढ़वाल के लाल अमित अंथवाल (Shaheed Amit Anthwal) को हमारा सलाम...पैरा ट्रूपर अमित की बहादुरी के किस्से दोस्तों के बीच हमेशा याद रहेंगे।
Apr 6 2020 2:23PM, Writer:राज्य समीक्षा डेस्क
मां और पिता अपने बेटे की शादी की तैयारियों में जुटे थे। अबी लॉकडाउन का वक्त चल रहा है, तो प्लानिंग थी कि लॉकडाउन पीरियड के बाद जरा बाजार जाएंगे। होने वाली बहू के लिए कुछ जेवर देखेंगे, तो बेटे के लिए कुछ अच्छे कपड़े खरीदेंगे। उस शहीद की दो बहने भी अपने भाई के लिए बड़े सपने संजो रही थी। आखिर घर में भाभी आने वाली थी, तो तैयारियां तो बनती ही हैं। उधर वो लड़की जो इस साल अपने सच्चे हीरो के साथ शादी के बंधन में बंधने वाली थी। हर किसी की आंखें अलग अलग सपने देख रही थीं कि एक बुरी खबर सामने आई। उन सपनों पर जैसे कुठाराघात हो गया। एक असीम दुख..जिसकी कल्पना शायद किसी ने भी नहीं की थी। पौड़ी गढ़वाल के कोला गांव का बेटा अमित अंथवाल (Shaheed Amit Anthwal) चला गया। साथ ही अपने साथ वो वीरता और बहादुरी की ऐसी कहानी लेकर चला गया, जिसे भुला पाना असंभव है। आगे पढ़िए
यह भी पढ़ें - उत्तराखंड में शोक की लहर, पहाड़ के दो सपूत मुठभेड़ में शहीद..5 आतंकियों को मारकर गए
पैरा ट्रूपर अमित अंथवाल पौड़ी जिले के कल्जीखाल ब्लॉक के कोला गांव के रहने वाले थे। ये शहीद जवान दो बहनों का इकलौता भाई था। मां का नाम भगवती देवी और पिता का नाम नागेंद्र प्रसाद है। आपको ये जरूर बताना चाहेंगे कि पैरा ट्रूपप अमित अंथवाल की शादी इसी साल होने वाली थी। जुलाई 2019 में उनकी सगाई हुई थी और अक्टूबर 2020 में शादी तय हुई थी। अब कुछ भी नहीं है...बस एक बेटा था, जो यादों में रहेगा। कुछ सपने थे, जो चकनाचूर हो गए। दो बहनें आज आंसू बहा रही हैं। एक लड़की है, जिसकी शादी होने से पहले ही सारी तैयारियां उजड़ गईं। एक मां है, जिसने बहू के सपने देखे थे। एक पिता हैं...जिनके बूढ़े कंधे अपने बेटे की राह देख रहे थे। अब कुछ भी नहीं...कुछ यादों के अलावा।
यह भी पढ़ें - देवभूमि की मां नंदा को सोनू निगम का प्रणाम, दिल को छू लेने वाला गढ़वाली गीत गाया..देखिए
सीमा पर एक बार फिर से आतंकियों की नापाक साजिशें शुरू हो गई हैं। सेना भी आतंकियों का मुंह तोड़ जवाब दे रही है। रविवार तड़के ही सुरक्षाबलों ने 5 आतंकिय़ों को मुठभेड़ में मार डाला। इस दौरान सूबेदार समेत पांच सैनिक शहीद हो गए। इसमें उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले के जवान देवेंद्र सिंह और पौड़ी गढ़वाल से ताल्लुक रखने वाले पैरा ट्रूपर अमित अंथवाल (Shaheed Amit Anthwal) भी शहीद हुए।