उत्तराखंड में इस रास्ते से घुस सकते हैं कोरोना संदिग्ध, चौंकन्नी हुई पुलिस और SSB
कोविड-19 के खतरे को देखते हुए लॉकडाउन बढ़ा दिया गया है। ऐसे में कोरोना संदिग्धों के काली नदी के रास्ते भारत में घुसपैठ की आशंका जताई जा रही है...आगे पढ़िए पूरी खबर
Apr 16 2020 12:07PM, Writer:कोमल नेगी
उत्तराखंड लगातार कोरोना से लड़ रहा है। कुछ दिन की खामोशी के बाद यहां एक बार फिर कोरोना संक्रमण के मामले मिलने लगे हैं। उत्तराखंड में अब तक कोरोना के 37 केस मिले हैं। इसके अलावा सूबे को एक और खतरे से जूझना पड़ रहा है। ये खतरा है बाहरी देशों से उत्तराखंड में होने वाली घुसपैठ। भारत-नेपाल सीमा के जरिए प्रदेश में कोरोना संदिग्धों की घुसपैठ की आशंका है। एक न्यूज रिपोर्ट के मुताबिक संभावित खतरे को देखते हुए पिथौरागढ़ में भारत-नेपाल सीमा पर चौकसी बढ़ा दी गई है। पुलिस और एसएसबी की टीमें बॉर्डर पर लगातार कॉम्बिंग कर रही हैं। काली नदी से सटे एरिया में भी जवान लगातार कॉम्बिंग कर रहे हैं। एसपी प्रीति प्रियदर्शिनी ने भारत-नेपाल सीमा पर कॉम्बिंग के निर्देश दिए थे। जिसके बाद पुलिस और एसएसबी के तत्वावधान में एक संयुक्त टीम का गठन किया गया।
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टीम ने धारचूला के तवाघाट से गरबाधार तक कॉम्बिंग की। काली नदी के किनारे पुलिस और एसएसबी का संयुक्त अभियान चला। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि भारत-नेपाल की सीमाओं के बीच बहने वाली काली नदी के रास्ते कोरोना संदिग्धों के भारत में घुसने की आशंका जताई जा रही है। इसे देखते हुए एसएसबी और पुलिस अलर्ट है। अवैध रास्तों पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है। सीमा पर गश्त बढ़ा दी गई है। आपको बता दें कि भारत के साथ-साथ नेपाल सरकार ने भी लॉकडाउन की अवधि बढ़ा दी है। भारत में लॉकडाउन 3 मई तक बढ़ाया गया है, जबकि नेपाल सरकार ने इसे 27 अप्रैल तक के लिए बढ़ा दिया है। इस वक्त दोनों देशों की सीमाएं सील हैं। भारत-नेपाल सीमा से भारत में कोरोना संदिग्धों की घुसपैठ की आशंका के मद्देनजर सीमा पर चौकसी बढ़ा दी गई है।