उत्तराखंड: गर्भवती पत्नी, मासूम बेटी को घर में अकेला छोड़ा..23 मार्च से ड्यूटी पर तैनात है ये जांबाज
आशीष रावत देहरादून की बाईपास चौकी पर तैनात हैं. 23 मार्च को जब प्रदेश में लॉकडाउन का ऐलान हुआ वह यहीं चौकी पर ही सो रहे हैं।
Apr 18 2020 3:32PM, Writer:कोमल नेगी
कोरोना के संक्रमण को रोकने के लिए शुरू किए गए लॉकडाउन के चलते जहां हम घरों में अपने परिवार के साथ हैं, तो वहीं कुछ ऐसे लोग भी हैं जो कि अपने परिवार को छोड़कर सड़कों पर डटे हुए हैं। ताकि आप और हम सुरक्षित रहें। ऐसे ही कोरोना योद्धा हैं उत्तराखंड पुलिस Uttarakhand Police के एसआई आशीष रावत। जो कि जनता और खाकी से किया अपना वादा निभा रहे हैं। एसआई आशीष बीती 23 मार्च से देहरादून में ड्यूटी पर तैनात हैं। आशीष रावत देहरादून की बाईपास चौकी पर तैनात हैं. 23 मार्च को जब प्रदेश में लॉकडाउन का ऐलान हुआ वह यहीं चौकी पर ही सो रहे हैं।घर में प्रेग्नेंट पत्नी और 5 साल की बेटी है, जो कि लॉकडाउन के एक दिन पहले ही अस्पताल से डिस्चार्ज होकर घर लौटी है। मुश्किलभरे वक्त में परिवार को आशीष की जरूरत है, लेकिन वो अपना परिवार छोड़कर ड्यूटी पर तैनात हैं, ताकि आपका और हमारा परिवार सुरक्षित रहे। आगे पढ़िए
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लॉकडाउन के मुश्किल वक्त में उत्तराखंड पुलिस Uttarakhand Police लोगों से मित्रता का वादा निभा रही है। जहां सख्ती की जरूरत है, वहां सख्ती बरती जा रही है। जहां मदद चाहिए, वहां मदद पहुंचाई जा रही है। राज्यभर में उत्तराखंड पुलिस का मानवीय चेहरा देखने को मिल रहा है। पुलिस लोगों के घर-घर जाकर गरीबों तक राशन पहुंचा रही है। भूखे लोगों का पेट भर रही है। कई जगह पुलिस ने सैनेटाइजर और मास्क भी बांटे। पुलिस के जवान 24-24 घंटे की ड्यूटी कर रहे हैं ताकि आप और हम सुरक्षित रहें। राज्य समीक्षा टीम आशीष रावत जैसे कोरोना वॉरियर्स को सैल्यूट करती है। उम्मीद है मुश्किलभरा ये वक्त जल्द ही कट जाएगा और कोरोना वॉरियर्स एक बार फिर अपने करीबियों के बीच लौट सकेंगे।