उत्तराखंड: जिस बेटी की जांबाज मां हमारे बीच नहीं हैं..उसने कोरोना पीड़ितों के लिए दिए 5100 रुपये
आज माया बिष्ट हमारे बीच होतीं तो अपने दूसरे साथियों की तरह कोरोना वॉरियर बन देश की सेवा में जुटी होतीं। अपनी नन्हीं बेटी को बड़ा होते देख पातीं, पर अफसोस कि ऐसा हो ना सका।
Apr 19 2020 2:38PM, Writer:कोमल नेगी
कोरोना से जंग में नन्हें हाथ बड़े मददगार साबित हो रहे हैं। मदद की भावुक कर देने वाली ऐसी ही एक तस्वीर हल्द्वानी से सामने आई। जहां स्वर्गीय सब-इंस्पेक्टर माया बिष्ट की याद में उनकी 7 वर्षीय बेटी ने पीएम राहत कोष में 5100 रुपये का चेक जमा कराया। नन्हीं स्नेहा ने बीजेपी के जिलाध्यक्ष को धनराशि का चेक सौंपा। स्नेहा बिष्ट का परिवार नैनीताल जिले के लालकुआं में रहता है। स्नेहा नैनताल जिले की तेजतर्रार दरोगा स्व. माया बिष्ट की बेटी हैं। दरोगा माया बिष्ट की गिनती सूबे के काबिल युवा अफसरों में होती थी। वो कई बेटियों के लिए प्रेरणा का स्त्रोत बनीं। उन्होंने पहाड़ की बेटियों को पुलिस सेवा में जाने के लिए प्रेरित किया। आज माया बिष्ट हमारे बीच होतीं तो अपने दूसरे साथियों की तरह कोरोना वॉरियर बन देश की सेवा में जुटी होतीं। अपनी नन्हीं बेटी को बड़ा होते देख पातीं, पर अफसोस कि ऐसा हो ना सका।
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कुछ महीने पहले नैनीताल में राज्यपाल की ड्यूटी के दौरान उनका वाहन हादसे का शिकार हो गया था। हादसे में माया बिष्ट की मौत हो गई। उस समय वो लालकुआं कोतवाली में तैनात थीं। स्वर्गीय सब-इंस्पेक्टर माया बिष्ट की याद में उनकी बेटी स्नेहा बिष्ट ने पीएम राहत कोष में 5100 रुपये का चेक जमा कराया। स्नेहा छोटी जरूर हैं, लेकिन कोरोना की गंभीरता को समझती हैं। उन्होंने कहा कि संकट की इस घड़ी में हम सभी को मिल जुलकर काम करना चाहिए। सभी लोग सरकार को अपने स्तर से हर संभव मदद करें। जिससे इस कोरोना महामारी से समय रहते निपटा जा सके। स्नेहा ने लोगों से लॉकडाउन के पालन की अपील भी की।