देवभूमि में ऐसे स्कूल भी हैं..छात्रों की 3 महीने की फीस माफ, मैनेजमेंट ने लिया शानदार फैसला
गोस्वामी गणेशदत्त सरस्वती विद्या मंदिर इंटर की गिनती जिले के प्रतिष्ठित स्कूलों में होती है। कोरोना लॉकडाउन के दौरान इस स्कूल ने अपने यहां पढ़ रहे एक हजार छात्र-छात्राओं की फीस माफ कर दी...आगे पढ़िए पूरी खबर
Apr 24 2020 7:30PM, Writer:कोमल नेगी
लॉकडाउन के दौरान उत्तराखंड के एक निजी स्कूल ने ऐसी सराहनीय पहल की, जो आपका दिल जीत लेगी। आप सोचेंगे कि काश दूसरे स्कूल वाले भी इस स्कूल से कुछ सीखते। उत्तरकाशी में एक स्कूल है गोस्वामी गणेशदत्त सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज। इसकी गिनती जिले के प्रतिष्ठित स्कूलों में होती है। कोरोना लॉकडाउन के दौरान इस स्कूल ने अपने यहां पढ़ रहे एक हजार छात्र-छात्राओं की फीस माफ कर दी। स्कूल प्रबंधन ने एक-दो महीने नहीं, बल्कि पूरे तीन महीने की फीस माफ की। ये फैसला ऐसे वक्त में लिया गया है, जबकि लॉकडाउन के बावजूद कई निजी स्कूल अभिभावकों पर बच्चों की फीस जमा करने का लगातार दबाव बना रहे हैं। मुश्किल के इस वक्त में गोस्वामी गणेशदत्त सरस्वती विद्या मंदिर स्कूल ने अभिभावकों की परेशानी समझी और तीन महीने की फीस माफ कर दी। फीस माफी का फैसला विद्यालय की प्रबंध समिति ने लिया।
यह भी पढ़ें - अच्छी खबर..अब देहरादून में यहां भी होगी कोरोना वायरस सैंपलों की जांच
स्कूल के प्रबंधक स्वामी मनीषानंद और सह प्रबंधक गंगोत्री के तीर्थ पुरोहित हरीश सेमवाल हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी रोकने के लिए देश में लॉकडाउन है। सभी का व्यवसाय ठप है। ऐसे वक्त में अगर उनका स्कूल किसी अभिभावक से फीस लेता तो उन पर अतिरिक्त बोझ पड़ता। इसलिए हमने फीस माफ करने का फैसला लिया है। अप्रैल, मई और जून की फीस माफ की जाएगी। बच्चों की फीस जरूर माफ कर दी गई है, लेकिन इसका असर स्कूल के शिक्षकों के वेतन पर नहीं पड़ने दिया जाएगा। उन्हें समय पर वेतन मिलेगा। प्रबंध समिति मुश्किल के इस वक्त में आर्थिक भार उठाने में सक्षम है। कोरोना के खिलाफ लड़ाई में गोस्वामी गणेशदत्त सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज और पब्लिक स्कूल ने शानदार नजीर पेश की है। इससे ज्यादा नहीं तो जिले के सैकड़ों अभिभावकों का आर्थिक बोझ जरूर कम होगा। उम्मीद है देवभूमि के दूसरे स्कूल भी उत्तरकाशी के इस स्कूल से कुछ सीखेंगे।