केदारनाथ की तर्ज पर भव्य दिखेगा बदरीनाथ धाम, तैयार है मास्टर प्लान..जानिए खास बातें
केदारनाथ की तर्ज पर बदरीनाथ धाम को भी संवारने की तैयार चल रही है। मास्टर प्लान बनकर तैयार है। मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव और पर्यटन मंत्री की अनुमति मिलते ही मास्टर प्लान को पीएमओ ऑफिस भेजा जाएगा....
Jun 21 2020 2:58PM, Writer:कोमल नेगी
चारधाम यात्रा उत्तराखंड की आर्थिकी की रीढ़ है। इस साल लॉकडाउन की वजह से चारधाम यात्रा और इससे जुड़े लोगों का कारोबार प्रभावित हुआ है, लेकिन आने वाले सालों में इसके जरिए पर्यटन को रफ्तार देने की कवायद जारी है। आपदा के बाद केदारनाथ धाम और केदारघाटी नया रूप लेने लगी है। और अब केदारनाथ की तर्ज पर बदरीनाथ धाम को संवारने की तैयार चल रही है। मास्टर प्लान बनकर तैयार है। इसे पर्यटन विभाग ने कंसल्टेंसी के जरिए तैयार किया है। मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव और पर्यटन मंत्री की अनुमति मिलते ही मास्टर प्लान को स्वीकृति के लिए पीएमओ ऑफिस भेजा जाएगा। प्रस्तावित मास्टर प्लान को धरातल पर उतारने में देवस्थानम बोर्ड की अहम भूमिका होगी। इसे तैयार करते वक्त स्थानीय तीर्थ पुरोहितों, हक-हकूक धारियों और स्थानीय लोगों से भी सुझाव लिए गए थे। अब मुख्यमंत्री, पर्यटन मंत्री और मुख्य सचिव की सहमति का इंतजार है। जिसके बाद मास्टर प्लान को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के समक्ष रखा जाएगा। चलिए अब आपको मास्टर प्लान की खास बातें बताते हैं। आगे पढ़िए
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इसके जरिए बदरीनाथ धाम को भव्य रूप देने की तैयारी चल रही है। धाम में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए सुविधाएं विकसित की जाएंगी। नेत्र ताल का सौंदर्यीकरण होगा। पार्किंग बनाई जाएगी। भीड़ को कंट्रोल करने के लिए क्या इंतजाम किए जा सकते हैं, मास्टर प्लान में इसके बारे में भी बताया गया है। पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर ने बताया कि सीएम के सामने मास्टर प्लान पेश किया गया है। स्थानीय लोगों और पुरोहितों से सुझाव लेने के बाद इसे एक बार फिर सीएम, पर्यटन मंत्री और मुख्य सचिव के समक्ष रखा जाएगा। आखिरी सहमति मिलने के बाद मास्टर प्लान पीएमओ को भेजा जाएगा। इसके अलावा राज्य सरकार सालभर पर्यटन के लिए एक्शन प्लान बनाएगी। चारधाम यात्रा के अलावा भी पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए विशेष प्रयास किए जा रहे हैं। सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने प्रदेश में सालभर पर्यटन गतिविधियां संचालित करने के लिए एक्शन प्लान तैयार करने के निर्देश दिए हैं। उत्तराखंड पर्यटन को ब्रांड के रूप में विकसित करने की कवायद चल रही है। जिसमें टूरिज्म इंडस्ट्री और पर्यटन से जुड़ी संस्थाओं का भी सहयोग लिया जाएगा।