उत्तराखंड: बॉर्डर पार रेडियो पर बज रहे भारत विरोधी गीत, सीमांत गांवों के लोगों में गुस्सा
भारत-नेपाल सीमा विवाद के बीच नेपाल के एफएम रेडियो पर भारत विरोधी गाने बज रहे हैं। इन गानों में भारत के कालापानी, लिपुलेख और लिंपियाधुरा को नेपाल की भूमि बताया जा रहा है...आगे पढ़िए पूरी खबर
Jun 22 2020 1:16PM, Writer:कोमल नेगी
भारत-नेपाल के बीच चल रहे सीमा गतिरोध के बीच नेपाल के एफएम चैनलों ने भारत विरोधी गाने बजाना शुरू कर दिया है। नेपाल के एफएम रेडियो पर भारत विरोधी गाने बज रहे हैं। जिनकी आवाज उत्तराखंड तक पहुंच रही है। इन गानों में भारत के कालापानी, लिपुलेख और लिंपियाधुरा को नेपाल की भूमि बताया जा रहा है। केडियो सिग्नल उत्तराखंड के पिथौरागढ़ तक पहुंच रहे हैं। सीमांत क्षेत्रों में रह रहे लोग देशविरोधी गानों से इतने परेशान हो गए हैं, कि अब उन्होंने नेपाल के एफएम रेडियो को सुनना बंद कर दिया है। इन गानों का प्रसारण नेपाल के दार्चुला एफएम समेत कुछ दूसरे चैनलों पर हो रहा है। उत्तराखंड के पर्वतीय इलाकों में भी इन्हें सुना जा सकता है। नेपाल बॉर्डर के पास रहने वाले भारतीय इस तरह की हरकतों से नाराज हैं। नेपाली गीत सुनने वाले लोग नेपाली एफएम पर बजने वाले भारत विरोधी गानों से आहत हैं।
यह भी पढ़ें - उत्तराखंड पुलिस ने टिक-टॉक पर लगाया प्रतिबंध, नहीं होगा चाइनीज एप का इस्तेमाल
परेशान लोगों ने नेपाली एफएम चैनल सुनना बंद कर दिया है। स्थानीय लोगों का कहना है कि नेपाली एफएम पर बज रहे गानों में भारत के कालापानी, लिपुलेख और लिम्पियाधुरा को नेपाल अपना बता रहा है। गीतों के जरिए इन इलाकों को भारत से छुड़ाने की बात भी कही जा रही है। नेपाली एफएम चैनल में ऐसे गीत प्रसारित करने से लोगों में काफी नाराजगी है। आपको बता दें कि नेपाल ने भारत के कालापानी, लिपुलेख और लिम्पियाधुरा को अपने नक्शे में शामिल कर लिया है। जिसे लेकर भारत-नेपाल के बीच लगातार विवाद चल रहा है। इसी बीच अब नेपाली एफएम रेडियो पर भारत विरोधी गानों का प्रसारण शुरू हो गया है। सोशल मीडिया पर भी भारत के खिलाफ विवादित पोस्ट की जा रही हैं।