ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट में शामिल है। स्टेशन तैयार है...ये खूबसूरत तस्वीरें देखिए।
Jul 24 2020 11:33AM, Writer:Komal Negi
उत्तराखंड में ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन परियोजना का काम तेजी से चल रहा है। परियोजना का पहला रेलवे स्टेशन बनकर तैयार है। योगनगरी ऋषिकेश में बने रेलवे स्टेशन को देखकर आप इस परियोजना की भव्यता का अंदाजा लगा सकते हैं। योगनगरी ऋषिकेश रेलवे स्टेशन की खूबसूरत तस्वीरें कुछ दिन पहले सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने अपने ट्विटर अकाउंट पर शेयर की थीं। देखते ही देखते तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो गईं। ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट में शामिल है, यही वजह है कि राज्य सरकार परियोजना के काम पर लगातार नजर रखे हुए है। इसी कड़ी में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने परियोजना के पहले रेलवे स्टेशन योगनगरी ऋषिकेश का मुआयना किया। आगे देखिए तस्वीरें
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योगनगरी ऋषिकेश रेलवे स्टेशन
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निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री ने रेल विकास निगम लिमिटेड के अधिकारियों से बातचीत की। उनसे कार्य की प्रगति के बारे में जानकारी हासिल की। सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने रेलवे स्टेशन परिसर में वृक्षारोपण भी किया। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन का निर्माण कार्य पूरा होने से चारधाम यात्रा को मजबूती मिलेगी। प्रदेशवासियों को भी यात्रा की बेहतर सुविधाएं मिलेगी।
पीएम मोदी का ड्रीम प्रोजक्ट
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उत्तराखंड में इंफ्रास्ट्रक्टर से जुड़े अहम प्रोजेक्ट्स पर तत्परता से काम करने के लिए सीएम ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार जताया। रेलवे स्टेशन का निरीक्षण करने के बाद मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने ऋषिकेश के चंद्रेश्वरनगर में बन रहे 7.5 एमएलडी के मल्टीपर्पज सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट का औचक निरीक्षण किया।
ये हैं खास बातें
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चलिए अब आपको योगनगरी ऋषिकेश रेलवे स्टेशन की खास बातें बताते हैं। भव्य रूप में नजर आ रहे इस रेलवे स्टेशन में सौंदर्यीकरण और पर्यावरण के साथ-साथ सुविधाओं का पूरा ध्यान रखा गया है। बुजुर्गों और दिव्यांगों के लिए अलग से यूटिलिटी सुविधा उपलब्ध कराई गई है। ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेलवे लाइन बनने के बाद ऋषिकेश से कर्णप्रयाग तक की दूरी कम हो जाएगी।
ऐसा होगा पूरा नेटवर्क
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अभी जिस सफर में 6 घंटे लगते हैं, वो सिर्फ 2 घंटे में पूरा होगा। परियोजना के तहत 16 पुल, 17 सुरंग और 12 रेलवे स्टेशन बनाए जाने प्रस्तावित हैं। परियोजना निर्माण में पर्वतीय शिल्पकला और कारीगरी को प्राथमिकता दी जाएगी। इस रेल परियोजना पर 16,216 करोड़ रुपये खर्च होने हैं।