गढ़वाल से शर्मनाक खबर..कोरोना पॉजिटिव महिला की मौत के बाद सोने के कुंडल और चेन चोरी!
संक्रमित महिला की मृत्यु के बाद उसके शव के कान में से सोने के कुंडल और कुंडल की चेन चोरी होने का मामला सामने आया है। आगे पढ़िए पूरी खबर
Sep 28 2020 4:00PM, Writer:Komal Negi
उत्तराखंड से एक चौंका देने वाली घटना सामने आ रही है। अब जिंदा लोगों के साथ मृतक भी राज्य में सुरक्षित नहीं हैं। लोग इतने असंवेदनशील बन चुके हैं जिसको शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता। चोरी के कई मामले आपने सुने होंगे मगर राज्य के एक जिले से चोरी का ऐसा मामला सामने आया है जिसने इंसानियत को पूरी तरह से शर्मसार कर दिया है। मामला पौड़ी गढ़वाल का है। पौड़ी के राजकीय मेडिकल कॉलेज श्रीनगर से संबद्ध बेस अस्पताल श्रीकोट में कोरोना के कारण एक महिला की मृत्यु के बाद उसके कान के सोने के कुंडल और कुंडल की चेन चोरी होने का मामला सामने आया है। घटना के बाद से ही अस्पताल में हड़कंप मच गया है। बता दें कि मृतका के पुत्र ने इस संबंध में शिकायत दर्ज कराई है और अस्पताल प्रबंधन के ऊपर लापरवाही का आरोप लगाते हुए शव को ठीक से सील न करने की बात कही है। वहीं मृतका के पुत्र का आरोप है कि यह घिनौनी हरकत अस्पताल के ही किसी कर्मी की है और इस पर सख्त से सख्त कार्यवाही की जानी चाहिए।
यह भी पढ़ें - गढ़वाल के मुकेश ने IPL टीम बनाई..एक झटके में जीते 4 लाख रुपये और आईफोन
चलिए अब आपको पूरी घटना से अवगत कराते हैं। बता दें कि श्रीकोट निवासी विभोर बहुगुणा की मां बीते 8 सितंबर को कोरोना संक्रमित हुई थी और 9 सितंबर को उनको बेस अस्पताल श्रीकोट में भर्ती किया गया था। उपचार के दौरान ही 21 सितंबर की शाम को तकरीबन 5 बजे कोरोना के कारण उनका देहांत हो गया। वहीं उनके बेटे विभोर का आरोप है कि शव संक्रमित होने के बावजूद भी ठीक से सील नहीं किया गया। जिस किट में उनकी मां के शव को रखा गया था वह किट ठीक से सील नहीं की गई थी और फटी हुई थी। जब दूसरी किट मंगवाई गई तो उसकी भी चेन खराब थी। और इसी के साथ शव के एक कान का कुंडल और चेन भी गायब हो गई थी। वहीं परिजनों को जैसे ही इस घिनौनी हरकत का पता लगा तो उनके बीच काफी रोष पैदा हो गया। उन्होंने स्थानीय प्रशासन समेत अस्पताल प्रबंधन के ऊपर भी लापरवाही का बड़ा आरोप लगाया है।
यह भी पढ़ें - उत्तराखंड में फिर जागा तीन तलाक का जिन्न, एक ही जगह से सामने आए 3 मामले
मृतका के बेटे विभोर बहुगुणा का कहना है कि उनके मां के शव को ठीक ढंग से सील नहीं किया गया था जिस वजह से यह चोरी की शर्मनाक घटना हुई है। उन्होंने कहा है कि यह घिनौनी हरकत अस्पताल के ही किसी कर्मचारी की है। वही विभोर ने कोरोना वायरस संक्रमितों के लिए अपनी आवाज ऊंची की है। उसने बताया है कि अस्पताल में कोरोना संक्रमितों का हाल-चाल लेने के लिए कोई भी विशेषज्ञ चिकित्सक नहीं आ रहा है। मरीजों को जेआर और प्रशिक्षु चिकित्सकों के भरोसे ही छोड़ा जा रहा है। वहीं तमाम आरोपों एवं प्रत्यय आरोपों के बाद बेस अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ केपी सिंह का कहना है कि मृतिका के पुत्र की ओर से लगाए गए सभी आरोपों की गहराई से जांच की जाएगी और कार्यवाही की जाएगी। मृतका के कान का कुंडल और चेन किसने चोरी की है, इस ओर भी छानबीन की जा रही है। वहीं मृतका के बेटे का कहना है कि अपने मां का पितृ कार्य संपन्न होने के बाद वह जिलाधिकारी और सीएमओ से इस बारे में वार्तालाप करके अपना विरोध दर्ज करेंगे। अगर इस मामले में किसी ने भी सख्त कार्यवाही नहीं की तो वह आंदोलन भी करेंगे।