गढ़वाल में अपना पैतृक घर सवारेंगे NSA अजीत डोभाल, जानिए क्या है रिटायरमेंट प्लान
निजी कार्यक्रम के तहत गांव पहुंचे एनएसए अजीत डोभाल ने कहा कि वो गांव में स्थित पैतृक घर को जरूर बनवाएंगे। इस दौरान एनएसए डोभाल ग्रामीणों से गढ़वाली में बातचीत करते नजर आए।
Oct 24 2020 5:42PM, Writer:Komal Negi
अपने घर-गांव और बोली-भाषा से भला किसे प्यार नहीं होता। शनिवार सुबह जब राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल अपने पैतृक गांव घीड़ी पहुंचे तो उनकी आंखे गांव के लिए इसी प्रेम को बयां कर रही थीं। देश के सबसे पॉवरफुल अफसरों में से एक एनएसए अजीत डोभाल पैतृक गांव पहुंचकर एकदम अलग अंदाज में नजर आए। यहां उन्होंने ग्रामीणों से अपने रिटायरमेंट प्लान पर बात की। वो नाते-रिश्तेदारों और ग्रामीणों से गढ़वाली में बातचीत करते नजर आए। शनिवार को एनएसए अजीत डोभाल कुल देवी की पूजा के लिए पौड़ी गढ़वाल में स्थित घीड़ी गांव पहुंचे थे। साथ में पत्नी अरुणा डोभाल भी थीं। यहां पहुंचकर डोभाल दंपती ने कुल देवी मां बाल कुंवारी की पूजा की।
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मंदिर में पूजा के बाद एनएसए अजीत डोभाल गांव के लोगों से मिलने भी गए। इस दौरान अपने पैतृक घर को देख एनएसए डोभाल भावुक भी हुए। उन्होंने कहा कि गांव में जो पुराना मकान है, उसे वो जरूर बनवाएंगे। जल्द ही मकान का नक्शा तैयार कर लिया जाएगा। मंदिर के पास एक गेस्ट हाउस भी बनाया जाएगा। लॉकडाउन के दौरान गांव लौट चुके युवाओं की पहल को उन्होंने सराहा। इससे पहले निजी कार्यक्रम के तहत गांव पहुंचे एनएसए अजीत डोभाल का ग्रामीणों ने ढोल दमाऊ की थाप पर स्वागत किया। उन्हें फूल मालाएं पहनाईं।
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एनएसए अजीत डोभाल ने भी यहां एक अफसर ना बनकर सरल लहजे में ग्रामीणों से बातचीत की। इस दौरान वो गढ़वाली में बातें कर रहे थे। उन्होंने कहा कि गांव में उनकी मकान बनाने की इच्छा है। साथ ही क्षेत्र में एक गेस्ट हाउस भी बनवाया जाएगा। गांव में एनएसए डोभाल सुरक्षा के तामझाम से भी मुक्त रहते हैं। साथ ही ग्रामीणों से खुलकर बातचीत करते हैं। शनिवार को भी एनएसए डोभाल ने ग्रामीणों के साथ खुलकर बातचीत करते हुए गांव की समस्याओं को जाना। बुजुर्गों के पैर छूकर उनका आशीर्वाद लिया। इस दौरान ग्रामीण भी खुश दिखे। करीब ढाई घंटे गांव में बिताने के बाद वह पौड़ी के लिए रवाना हो गए।