गढ़वाल: खेत में काम करने गए बुजुर्ग को गुलदार ने मार डाला..झाड़ी में मिली अधखाई लाश
60 वर्षीय बुजुर्ग सुबह खेत में गए थे। तभी गुलदार ने उन पर हमला कर दिया। दोपहर बाद बुजुर्ग की अधखाई लाश झाड़ियों में पड़ी मिली
Oct 29 2020 7:04PM, Writer:Komal Negi
उत्तराखंड में गढ़वाल से लेकर कुमाऊं तक आदमखोर गुलदार दहशत का सबब बने हुए हैं। बेगुनाह लोग गुलदार के हमले में जान गंवा रहे हैं। ताजा मामला पौड़ी गढ़वाल के धुमाकोट का है। जहां गुलदार ने एक 60 वर्षीय बुजुर्ग को मार डाला। मरने वाले बुजुर्ग की पहचान धीरज सिंह के रूप में हुई। धीरज सिंह अपने परिवार के साथ दीवा रेंज के तहत आने वाले केलदार मल्ला गांव में रहते थे। बुधवार को धीरज सिंह सुबह 8 बजे गांव के पास ही खेत में गये थे। जहां अदरक के पौधे लगे हैं। आमतौर पर बुजुर्ग दोपहर तक खेतों से लौट आते थे, लेकिन बुधवार को ऐसा नहीं हुआ। बुजुर्ग जब दोपहर में भोजन के लिए घर नहीं आए तो परिजन खेत में गए, लेकिन धीरज वहां भी नहीं थे। बुजुर्ग को आस-पास ना देख परिजन बुरी तरह घबरा गए।परिजनों ने ग्रामीणों की मदद से बुजुर्ग की तलाश शुरू की। थोड़ी देर बाद खेत से लगभग पांच सौ मीटर दूर झाड़ियों में बुजुर्ग का क्षत-विक्षत शव मिला। घटना के बाद परिजनों ने तुरंत वन विभाग व पुलिस प्रशासन को सूचना दी। जिसके बाद क्षेत्रीय वनाधिकारी शंकरानन्द भट्ट वनकर्मियों के साथ मौके पर पहुंचे और जांच-पड़ताल शुरू कर दी। आगे पढ़िए
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पुलिस ने बुजुर्ग के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। क्षेत्रीय विधायक दिलीप रावत ने भी घटना पर दुख जताया। उन्होंने कहा कि इस संबंध में डीएफओ पौड़ी को उचित कार्यवाही के लिए कहा गया है। घटना के बाद से गांव में दहशत है। लोगों ने वन विभाग से क्षेत्र में पिंजरा लगाने की मांग की। साथ ही गुलदार को आदमखोर घोषित करने को भी कहा। ग्रामीणों ने कहा कि गुलदार अब जंगल से निकल कर आबादी वाले इलाकों में पहुंच रहे हैं। लोगों पर हमला कर रहे हैं। गुलदार के डर से लोग खेतों में भी नहीं जा पा रहे। ग्रामीणों ने वन विभाग से क्षेत्र में गश्त बढ़ाने को कहा। साथ ही बुजुर्ग के परिवार को उचित मुआवजा देने की मांग भी की। आपको बता दें कि नैनीताल और पिथौरागढ़ में भी गुलदार सक्रिय है। यहां आदमखोर गुलदार के हमले में अब तक कई लोग अपनी जान गंवा चुके हैं।