image: Science city to build in dehradun

देहरादून में दिखेगा ज्ञान-विज्ञान का अद्भुत संसार..साइंस सिटी का होगा निर्माण

देहरादून में बनने वाली साइंस सिटी के लिए केंद्र और राज्य सरकार के बीच करार हुआ है। साइंस सिटी के निर्माण पर 173 करोड़ की लागत आएगी।
Feb 6 2021 12:45PM, Writer:Komal Negi

राजधानी देहरादून में जल्द ही ज्ञान-विज्ञान का अद्भुत संसार देखने को मिलेगा। जिस तरह यहां सैन्यधाम बन रहा है। उसी तरह शहर में जल्द ही साइंस सिटी का निर्माण कराया जाएगा। साइंस सिटी देहरादून में ज्ञान-विज्ञान का संसार होगा। जहां भूगर्भीय जीवन, रोबोटिक्स, अंतरिक्ष विज्ञान, जैव प्रौद्योगिकी, जलवायु परिवर्तन, ऊर्जा और आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस समेत विज्ञान से जुड़े हर विषय की जानकारी मिलेगी। झाझरा स्थित विज्ञान धाम में साइंस सिटी विकसित की जाएगी। शुक्रवार को केंद्र और राज्य सरकार के बीच साइंस सिटी परियोजना के निर्माण को लेकर समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर हुए। साइंस सिटी के निर्माण पर 173 करोड़ की लागत आएगी। इसे 4 साल के भीतर बनाने का लक्ष्य रखा गया है। शुक्रवार को मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की उपस्थिति में उत्तराखंड विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद (यूकॉस्ट) के महानिदेशक डॉ. राजेंद्र डोभाल एवं सचिव राष्ट्रीय विज्ञान संग्रहालय परिषद (एनीएसएम) समरेंद्र कुमार ने समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए।

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साइंस सिटी परियोजना पर 173 करोड़ का खर्चा आएगा। जिसमें से 88 करोड़ रुपये केंद्र सरकार वहन करेगी। जबकि 85 करोड़ रुपये का बजट राज्य सरकार देगी। इस मौके पर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि साइंस सिटी के काम को तय समय से पहले पूरा करने के प्रयास किए जाएंगे। दून में बनने वाली साइंस सिटी भारत की वैज्ञानिक संस्कृति को आगे बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम होगा। राज्य सरकार का प्रयास होगा कि उत्तराखंड के विशेषताओं को लोग साइंस सिटी के माध्यम से देख सकें। साइंस सिटी के लिए स्थान का चयन भी छात्र-छात्राओं एवं लोगों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए किया गया है। साइंस सिटी में स्पेस थियेटर, आउटडोर साइंस पार्क, थीम पार्क, बटरफ्लाई पार्क और जीवाश्म पार्क का निर्माण कराया जाएगा। कन्वेंशन सेंटर और प्रदर्शनी हॉल भी साइंस सिटी का हिस्सा होंगे। कार्यक्रम में विधायक सहदेव सिंह पुंडीर, ग्राम्य विकास एवं पलायन आयोग के उपाध्यक्ष डॉ. एसएस नेगी, मुख्यमंत्री के तकनीकी सलाहकार डॉ. नरेंद्र सिंह और सचिव विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी आरके सुधांशु भी मौजूद रहे।


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