चमोली आपदा: 62 शव और 28 मानव अंग बरामद..दम तोड़ने लगी उम्मीदें
रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान एक और शव मिला है..अब तक कुल 62 शव और 28 मानव अंग मिल चुके हैं. जिनमें से 33 शवों और 1 मानव अंग की पहचान हो चुकी है.
Feb 19 2021 8:10PM, Writer:Komal Negi
चमोली के रैणी क्षेत्र में आपदा के 13 दिन बाद भी हर तरफ तबाही के निशान बिखरे हैं। आपदा में अब तक 62 लोगों के मारे जाने की पुष्टि हो चुकी है। इनके शव बरामद कर लिए गए है। जबकि 142 लोग अब भी लापता हैं। 7 फरवरी को आए सैलाब के बाद इनका कुछ पता नहीं चला। चंद सेकेंड में सैकड़ों लोगों की जिंदगी ताश के पत्तों की तरह बिखर गई। जिन लोगों के अपने लापता हुए हैं, उनकी उम्मीदें भी दम तोड़ने लगी हैं। जैसे-जैसे आपदा में मारे गए लोगों की लाशें मिल रही हैं, आशाएं भी खत्म होने लगी हैं।चमोली जिला पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, तपोवन टनल में रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान एक और शव मिला है. अब तक कुल 62 शव और 28 मानव अंग मिल चुके हैं। जिनमें से 33 शवों और 1 मानव अंग की पहचान हो चुकी है। तपोवन सुरंग से कल दो लोगों के शव बरामद हुए। वहीं रैणी गांव से भी एक शव मिला है। इसी के साथ चमोली आपदा में जान गंवाने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 62 हो गई है।
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तपोवन क्षेत्र मे लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। यहां बुधवार को कोई शव नहीं मिला था, लेकिन गुरुवार की सुबह तपोवन सुरंग से दो शव बरामद किए गए। तपोवन स्थित सुरंग में मलबा निकालने का कार्य आज 13 वें दिन भी जारी है। सुरंग से अब तक कुल 13 शव निकाले जा चुके हैं। जिन लोगों के अपने सुरंग के भीतर फंसे हुए थे, उनकी आंखों में उम्मीद की जगह अब आंसू नजर आ रहे हैं। तपोवन में आई तबाही ने चंद सेकेंड में कई लोगों की जिंदगियां लील लीं। यहां अभी भी कीचड़ है, पत्थर हैं, पानी है। सुरंग में पानी आने पर पंपिंग द्वारा पानी निकाल दिया जा रहा है। खोज और राहत बचाव कार्य जारी है। आपदा के बाद से अब तक 62 शव बरामद किए जा चुके हैं। 28 मानव अंग भी मिले हैं। वहीं 142 लोग अभी भी लापता हैं। उत्तराखंड के डीजीपी अशोक कुमार ने कहा कि सुरंग के अंदर मलबा और कीचड़ की मात्रा ज्यादा होने के कारण खोज और राहत बचाव कार्य लंबे समय तक चलेगा।