चमोली आपदा: अब तक 72 शव बरामद, 132 लोग लापता..रेस्क्यू ऑपरेशन जारी
तपोवन सुरंग में रेस्क्यू ऑपरेशन के साथ ही ऋषिगंगा नदी पर पैंग गांव के सामने बनी झील से पानी की निकासी का काम भी चल रहा है। आईटीबीपी और एसडीआरएफ के जवान यहां डटे हुए हैं।
Feb 27 2021 4:36PM, Writer:Komal Negi
चमोली में आई आपदा अपने पीछे तबाही के निशान छोड़ गई। यहां 7 फरवरी को आई जलप्रलय के बाद से अब तक 72 शव बरामद किए गए हैं। कई शवों की अब भी शिनाख्त नहीं हो पाई है। शवों की शिनाख्त के लिए डीएनए सैंपल जमा किए जा रहे हैं। यहां जगह-जगह मानव अंग बिखरे हुए हैं। तपोवन स्थित सुरंग में अब भी रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। यहां टनल से पानी निकालने के लिए मशीनें लगाई गई हैं। शुक्रवार को रेस्क्यू टीम ने क्षेत्र से दो शव बरामद किए। एक शव कर्णप्रयाग विकासखंड के कालेश्वर से मिला, जबकि दूसरा शव मारवाडी से बरामद हुआ है। शुक्रवार को एक मानव अंग का जोशीमठ में नियमानुसार अंतिम संस्कार किया गया। 7 फरवरी को आई आपदा के बाद से 205 लोग लापता थे, जिनमें से 72 के शव बरामद किए जा चुके हैं। 132 लोग अभी भी लापता हैं।
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अब तक मिले शवों में से 41 की शिनाख्त की जा चुकी है। ऋषिगंगा घाटी में जिधर भी नजर दौड़ाओ उधर सिर्फ तबाही के निशान नजर आते हैं। यहां विष्णुगाड जलविद्युत परियोजना की टनल से मलबा हटाने की कोशिशें जारी है। टनल में भारी मात्रा में पानी का रिसाव हो रहा है, जिसके चलते रेस्क्यू कार्य में दिक्कतें आ रही हैं। पानी के रिसाव के चलते एसएफटी के मुख्य द्वार से भी अभी तक मलबा नहीं हट पाया है। इसके अलावा ऋषिगंगा नदी पर पैंग गांव के सामने बनी झील से पानी की निकासी का काम भी चल रहा है। आईटीबीपी और एसडीआरएफ के जवान यहां डटे हुए हैं। डीएम स्वाति एस भदौरिया ने बताया कि अभी तक 38 मृतकों के स्वजनों और 12 घायलों को गृह अनुदान मुआवजा राशि दी जा चुकी है। प्रभावित क्षेत्रों में स्वास्थ्य शिविर भी लगाए गए हैं, जहां अब तक 2271 लोगों की जांच की गई है।