हे भगवान! गढ़वाल में भी होने लगी अफीम की खेती..41 लोगों के खिलाफ केस दर्ज
पहाड़ी इलाकों में अब नशे की खेती की जाने लगी है। पिछले कुछ दिनों में ऐसे एक दो नहीं, बल्कि तीन मामले सामने आ चुके हैं। उत्तरकाशी, रुद्रपुर के बाद अब बिच्छू गांव में 41 लोगों के खिलाफ कार्रवाई हुई है।
Mar 26 2021 6:10PM, Writer:Komal Negi
उत्तराखंड को न जाने किसकी बुरी नजर लग गई है। कभी सिर्फ शराबखोरी के लिए बदनाम रहे पहाड़ में अब ड्रग तस्करी बड़ा मर्ज बन गया है। और तो और पहाड़ी इलाकों में अब नशे की खेती की जाने लगी है। पिछले कुछ दिनों में ऐसे एक दो नहीं, बल्कि तीन मामले सामने आ चुके हैं। ताजा मामला टिहरी जिले का है। जहां नैनबाग तहसील के बिच्छू गांव में लोग अफीम की खेती कर रहे थे। पुलिस टीम ने यहां व्यापक अभियान चलाकर अफीम की खेती नष्ट कर दी। साथ ही गांव के 41 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। जिले के धनौल्टी क्षेत्र में अफीम की खेती को लेकर लगातार शिकायतें मिल रही थीं। जिसके बाद एसएसपी तृप्ति भट्ट के आदेश पर नशे के खिलाफ अभियान चलाया गया। अभियान के तहत उप जिलाधिकारी धनौल्टी, क्षेत्राधिकारी नरेंद्रनगर, नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो देहरादून, एसटीएफ और थाना थत्यूड़ पुलिस की संयुक्त टीम ने बिच्छू गांव में दबिश दी।
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इस दौरान यहां खेतों में अफीम के पौधे लगे मिले। आरोपियों ने करीब एक हेक्टेयर क्षेत्र में अफीम की फसल बोई हुई थी। पुलिस ने इस मामले में 41 लोगों के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज किया है। बिच्छू गांव नैनबाग तहसील क्षेत्र में आता है। पुलिस को शिकायत मिली थी कि यहां कई खेतों में डोडा पोस्त की खेती की जा रही है। पुलिस ने टीम गठित कर मौके पर छापा मारा, तो शिकायत सही पाई गई। गुरुवार को पुलिस टीम ने खेतों में लगे अफीम के पौधे नष्ट कर दिए। यहां 0.92 हेक्टेयर क्षेत्र में उगाई गई अफीम की खेती को नष्ट किया गया। साथ ही 41 खेत मालिकों के खिलाफ थाना थत्यूड़ में एनडीपीएस अधिनियम के तहत मुकदमा भी दर्ज किया गया है।