उत्तराखंड: AAP के सबसे बड़े महारथी बने कर्नल कोठियाल..सियासी दलों की बेचैनी बढ़ी
‘आप’ की तरफ से कर्नल अजय कोठियाल को प्रदेश में प्रमुख चेहरे की तरह पेश करने की तैयारी है। कर्नल कोठियाल आज होने वाली वर्चुअल रैली के दौरान अपनी सियासी पारी का आगाज करेंगे।
Apr 19 2021 3:27PM, Writer:Komal Negi
उत्तराखंड में आम आदमी पार्टी की मौजूदगी से आगामी चुनावी महासंग्राम दिलचस्प होने जा रहा है। प्रदेश की सभी 70 विधानसभाओं में ‘उत्तराखंड में भी केजरीवाल’ अभियान चल रहा है। वीडियो वैन और ऑटो रिक्शा अभियान के माध्यम से भी लोगों को आप से जुड़ने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। प्रदेश में आप की बढ़ती सक्रियता ने बीजेपी और कांग्रेस की बेचैनी बढ़ा दी है। आप पार्टी की मौजूदगी प्रदेश के सियासी समीकरण को प्रभावित कर सकती है। इसी कड़ी में आम आदमी पार्टी ने कर्नल अजय कोठियाल को पार्टी का चेहरा बना लिया है। यूथ फाउंडेशन के जरिए देश के लिए जांबाज जवानों को तैयार करने वाले कर्नल अजय कोठियाल ने आज आम आदमी पार्टी के साथ जुड़कर अपनी सियासी पारी का आगाज कर दिया। आज सोमवार को आम आदमी पार्टी की वर्चुअल रैली हुई, जिसे पार्टी सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल संबोधित किया। इस दौरान कर्नल अजय कोठियाल ने आम आदमी पार्टी ज्वाइन कर दी। उनकी ज्वाइनिंग के लिए पार्टी ने आज शाम चार बजे हरिद्वार बाईपास स्थित होटल सॉलिटेयर में कार्यक्रम रखवाया। जिसमें प्रदेश प्रभारी दिनेश मोहनिया सहित अन्य नेता शामिल हुए।
यह भी पढ़ें - उत्तराखंड: कोरोना काल में जरूरी सेवाओं के कर्मचारी अगर हड़ताल पर गए..तो जाएगी नौकरीइस तरह ‘आप’ की तरफ से कर्नल अजय कोठियाल को प्रदेश में प्रमुख चेहरे की तरह पेश कर दिया गया है..आप ने बहुत सोच-समझकर कर्नल अजय कोठियाल पर दांव चला है। ईमानदार छवि वाले कर्नल अजय कोठियाल केदारनाथ धाम के पुनर्निर्माण कार्यों के लिए जाने जाते हैं। वो नेहरू पर्वतारोहण संस्थान निम के मुखिया भी रह चुके हैं। सैन्य परिवार बाहुल्य प्रदेश में अजय कोठियाल की सैन्य पृष्ठभूमि पार्टी की मदद कर सकती है। उत्तराखंड सैन्य बहुल राज्य है। प्रदेश में पूर्व सैनिकों और सेना से जुड़े परिवारों की खासी संख्या है। इसे देखते हुए बीजेपी ने दून में सैन्य धाम बनाने का ऐलान किया था तो वहीं कांग्रेस ने जवानों के सम्मान का अभियान छेड़ा था। आम आदमी पार्टी भी इसी राह पर चल रही है। उत्तराखंड में आप जिस तरह हर क्षेत्र में अपनी मजबूत पकड़ बना रही है, उसे देखते हुए ये तो तय है कि आने वाले वक्त में पार्टी सत्ताधारी और विपक्षी पार्टियों के लिए बड़ी चुनौती साबित होगी।