पहाड़ में मरीजों को ऑक्सीजन चाहिए थी, देहरादून से भिजवाए गए खाली सिलेंडर
अस्पतालों में भर्ती मरीज ऑक्सीजन के लिए तड़प रहे हैं। एक-एक सांस के लिए जंग लड़ रहे हैं, लेकिन विपदा के इस भयानक दौर में भी प्रशासन मरीजों की जान के साथ खिलवाड़ करने से बाज नहीं आ रहा।
May 21 2021 3:35AM, Writer:Komal Negi
इस वक्त पूरा प्रदेश कोरोना से जंग लड़ रहा है। एक्टिव केस के अलावा मृत्युदर के मामले में उत्तराखंड 9 हिमालयी राज्यों में टॉप पर है। अस्पतालों में भर्ती मरीज ऑक्सीजन के लिए तड़प रहे हैं। एक-एक सांस के लिए जंग लड़ रहे हैं, लेकिन विपदा के इस भयानक दौर में भी प्रशासन मरीजों की जान के साथ खिलवाड़ करने से बाज नहीं आ रहा। एक न्यूज रिपोर्ट के मुताबिक मामला पिथौरागढ़ का है। यहां देहरादून से एक गाड़ी खाली ऑक्सीजन सिलेंडर लादकर जिला अस्पताल भेज दी गई। पिथौरागढ़ में जब ये सिलेंडर चेक हुए तो स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी भौचक्के रह गए। आनन-फानन में वाहन को वापस देहरादून भेज दिया गया। कोरोना काल में ऑक्सीजन की किल्लत बनी हुई है। हर जिले को ऑक्सीजन सिलेंडर चाहिए। पिथौरागढ़ के जिला अस्पताल में भी ऑक्सीजन सिलेंडर भेजे जाने थे। अस्पताल की जरूरत को देखते हुए देहरादून से ऑक्सीजन सिलेंडर मंगाए गए थे।
यह भी पढ़ें - गुड न्यूज: अब उत्तराखंड में तैयार होगी ब्लैक फंगस की कारगर दवा..दो जिलों में फैक्ट्रियां तैयार
मंगलवार को ऑक्सीजन सिलेंडर से भरा एक वाहन पिथौरागढ़ के लिए रवाना हुआ। बुधवार को गाड़ी पिथौरागढ़ जिला अस्पताल पहुंची। यहां अस्पताल परिसर में जब इन सिलेंडरों की जांच की गई तो वो वजन में काफी हल्के महसूस हुए। बाद में पता चला कि सिलेंडर खाली हैं। सिलेंडर उतरवा रहे लोगों को लगा कि शायद एक-दो सिलेंडर गलती से खाली आ गए होंगे, लेकिन गाड़ी में भरे सभी 36 सिलेंडर जांच में खाली पाए गए। इसकी सूचना अस्पताल के पीएमएस डॉ. केसी भट्ट को दी गई। उन्होंने तत्काल सभी सिलेंडरों को रिफिलिंग के लिए वापस भिजवा दिया। प्रशासन की इस लापरवाही से लोगों में गुस्सा है। जिला चिकित्सालय के पीएमएस डॉ. केसी भट्ट ने बताया कि देहरादून से 36 ऑक्सीजन सिलेंडर भेजे गए थे, लेकिन जांच में ये सभी खाली निकले। इसकी सूचना उच्चाधिकारियों को दे दी गई है। सिलेंडर रिफिलिंग के लिए वापस देहरादून भेज दिए गए हैं।