गढ़वाल के मौण गांव की बेटी बनी सेना में अफसर, मां-पिता का सिर गर्व से ऊंचा..बधाई दें
पढ़ाई पूरी होने के बाद मनीषा के पास करियर बनाने के ढेरों ऑप्शन थे, लेकिन उन्होंने सेना में जाने का विकल्प चुना। कड़ी मेहनत की, और आखिरकार अपने सपने को सच करने में कामयाब रहीं।
Jun 13 2021 6:53PM, Writer:Komal Negi
उत्तराखंड सैन्य बहुल प्रदेश है। यहां के बेटे ही नहीं, बेटियां भी सेना में अफसर बन प्रदेश का मान बढ़ा रही हैं। सूबे की गौरवशाली सैन्य परंपरा को आगे बढ़ा रही हैं। चंबा की रहने वाली मनीषा तड़ियाल ऐसी ही होनहार बिटिया हैं, जिन्होंने भारतीय सेना की मेडिकल कोर में लेफ्टिनेंट बनकर उत्तराखंड को खुद पर गर्व करने का मौका दिया है। मनीषा नरेंद्रनगर ब्लॉक के मौण गांव की रहने वाली हैं। लेफ्टिनेंट मनीषा की कामयाबी पर परिवार और रिश्तेदारों के साथ ही पूरे गांव में खुशी का माहौल है। कड़ी मेहनत से ट्रेनिंग पूरी करने वाली मनीषा को दिल्ली के सेना अस्पताल में तैनाती मिली है। मनीषा हमेशा से ही सेना में भर्ती होकर देश की सेवा करना चाहती थीं। इस सपने को पूरा करने के लिए उन्होंने जी-तोड़ मेहनत की। उन्होंने 12वीं तक की पढ़ाई परीक्षा राजकीय बालिका इंटर कॉलेज चंबा से पास की। इसके बाद हिमालयन कॉलेज ऑफ नर्सिंग से बीएससी नर्सिंग की डिग्री पूरी की.
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पढ़ाई पूरी होने के बाद मनीषा के पास जॉब के कई विकल्प थे, लेकिन वो तो सिर्फ सेना में ही जाना चाहती थीं। इसलिए दूसरे ऑप्शन छोड़कर मनीषा ने सेना को करियर के तौर पर चुना। कड़ी मेहनत के दम पर मनीषा अपने सपने को साकार करने में कामयाब रहीं। लेफ्टिनेंट मनीषा के पिता गंभीर सिंह तड़ियाल उद्योग निदेशालय देहरादून में कार्यरत हैं। बेटी की सफलता से वो बेहद गर्वित हैं। उन्होंने कहा कि मनीषा बचपन से ही सेना में अफसर बनना चाहती थी, इसके लिए उसने जमकर मेहनत की। अब मनीषा सेना में अपनी सेवाएं देकर देश की सेवा करेगी। किसी भी माता-पिता के लिए इससे ज्यादा गर्व की बात भला क्या हो सकती है, कि उनकी बेटी देश और समाज के काम आए। राज्य समीक्षा टीम की तरफ से लेफ्टिनेंट मनीषा तड़ियाल को ढेरों बधाई। उनकी सफलता का सफर यूं ही जारी रहे, हम यही कामना करते हैं।