देहरादून में ठगों का मायाजाल..गोल्डन रिट्रीवर कुत्ते की चाह में महिला ने गंवाए 63 लाख रुपये
आरती अपनी बेटी को जन्मदिन पर डॉगी गिफ्ट करना चाहती थी, कीमत थी 15 हजार रुपये। लेकिन डॉगी पाने के चक्कर में आरती को 63 लाख रुपये गंवाने पड़ गए, डॉगी भी नहीं मिला। पढ़िए पूरी खबर
Jul 15 2021 10:58AM, Writer:Komal Negi
एक पालतू डॉगी की कीमत क्या होती है। कभी पांच हजार या कभी दस हजार। कुछ लोग लाखों भी खर्च कर देते हैं, लेकिन देहरादून की एक महिला को ये डॉगी 63 लाख रुपये का पड़ गया। 15 हजार रुपये का डॉगी खरीदने के चक्कर में महिला साइबर ठगों के जाल में फंस गई, और जब तक होश आया तब तक 63 लाख रुपये का चूना लग चुका था। मामला मोथरोवाला क्षेत्र का है। पीड़ित आरती रावत यहीं रहती हैं। आरती को बेटी के जन्मदिन पर गिफ्ट देने के लिए डॉगी खरीदना था। वो बेटी को गोल्डन रिट्रीवर ब्रीड का डॉगी गिफ्ट करना चाहती थीं। इसके लिए उन्होंने 20 जून को इंटरनेट पर एक डीलर का नंबर खोजा। फोन पर बात हुई तो डीलर ने डॉगी की कीमत 15 हजार रुपये बताई, पांच हजार रुपये एडवांस भी मांगे। डीलर ने कहा कि बाकी रुपये डिलिवरी के बाद देने होंगे। आरती ने रुपये जमा करा दिए.
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अगले ही दिन ठगों ने आरती को एक ई-मेल भेजा और कहा कि एक लाख तीन हजार रुपये और जमा कराने होंगे, यह रकम रिफंडेबल होगी। आरती ने ये भी कर दिया। इस तरह रकम रिफंडेबल कराने के नाम पर आरती से ठगों ने कुल 63 लाख रुपये जमा करा दिए। तीन जुलाई को आरती को ई-मेल आया, जिसमें बताया गया कि डॉगी जौलीग्रांट एयरपोर्ट पहुंचाया गया है, डिलीवरी से पहले 25 लाख रुपये जमा कराने होंगे। इस बार आरती समझ गई कि कुछ गड़बड़ है। इसके बाद उन्होंने साइबर थाने को शिकायत कर दी। मामला अब पुलिस के पास है। ये सोचकर ही हैरानी होती है कि कोई भला 15 हजार के डॉगी के लिए 63 लाख रुपये कैसे गंवा सकते हैं, लेकिन दुर्भाग्य से ऐसा हुआ है। पालतू जानवरों के प्रति लोगों के लगाव का फायदा उठाकर कुछ लोग धोखाधड़ी कर रहे हैं। ऐसे मामलों से सबक लें और जालसाजों से बचकर रहें।