उत्तराखंड: 16 शहरों के लिए खुशखबरी, अब मिलेगी जाम से मुक्ति..तैयार है ‘टनल प्लान’
प्रदेश के 16 शहरों को जाम से निजात दिलाने के लिए लोनिवि की ओर से टनल बेस्ड पार्किंग की योजना बनाई गई है। आगे जानिए प्रोजेक्ट की खूबियां
Aug 14 2021 3:24PM, Writer:Komal Negi
उत्तराखंड की सड़कों पर आए दिन लगने वाला जाम ट्रैफिक व्यवस्था के लिए नासूर बन गया है। क्या मैदान, क्या पहाड़। हर जिले में लोगों को जाम की समस्या से दो-चार होना पड़ता है। जैसे-जैसे उत्तराखंड पर्यटन के क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है, जाम की समस्या भी बढ़ती जा रही है। अगर आप भी अपने शहर में वक्त-बेवक्त लगने वाले जाम से परेशान हैं, तो ये खबर आप के लिए ही है। दरअसल जगह की कमी और जाम की परेशानी को देखते हुए लोनिवि ने इस समस्या का गजब तोड़ निकाला है। जाम से निजात दिलाने के लिए राज्य के पर्वतीय नगरों और और कस्बों में सुरंग वाली पार्किंग बनाई जाएंगी। लोक निर्माण विभाग की ओर से इसका प्लान तैयार किया जा रहा है। योजना के तहत पर्वतीय क्षेत्रों के उन सभी नगरों को शामिल किया जा रहा है, जहां आबादी का अत्यधिक दबाव है और अब फैलाव की गुंजाइश नहीं है। योजना में जिन शहरों को शामिल किया गया है उनमें गुप्तकाशी, अगस्त्यमुनि, श्रीनगर, उत्तरकाशी, चंबा, चमियाला, पौड़ी, गोपेश्वर, मसूरी, नैनीताल, रानीखेत, बागेश्वर, अल्मोड़ा, भीमताल, धारचूला और रामनगर समेत 16 शहर शामिल हैं। आगे पढ़िए
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इन शहरों को जाम से निजात दिलाने के लिए लोनिवि की ओर से टनल बेस्ड पार्किंग की योजना बनाई गई है। इसके तहत नगरों के पास छोटी-छोटी सुरंगें बनाई जाएंगी, जहां दो से तीन सौ गाड़ियां पार्क हो सकें। प्लान देखने में बेहद सुविधाजनक लग रहा है, और मौजूदा वक्त में टनल की जरूरत भी है, लेकिन इसमें कई चुनौतियां हैं। पर्वतीय क्षेत्रों में टनल बेस्ड पार्किंग के संदर्भ में उत्तराखंड अंतरिक्ष उपयोग केंद्र के निदेशक व भूगर्भ वैज्ञानिक प्रो. एमपीएस बिष्ट का कहना है कि उत्तराखंड हिमालय भूकंपीय व भूगर्भीय दृष्टि से अत्यधिक संवेदनशील है। ऐसे में हर क्षेत्र के विस्तृत अध्ययन के बाद ही इस परियोजना पर काम शुरू किया जाना चाहिए। आपको बता दें कि राज्य में चारधाम मार्ग के प्रमुख पड़ावों के साथ ही कुमाऊं के कई कस्बों में आबादी और पर्यटकों का दबाव तेजी से बढ़ रहा है। जिसके चलते बाजारों में हर वक्त जाम लगा रहता है। इससे स्थानीय लोगों के साथ ही पर्यटकों को भी परेशानी होती है। लोनिवि की योजना परवान चढ़ी तो 16 शहरों को जाम के झाम से निजात मिल जाएगी।