गोपेश्वर: स्कूल खुलते ही कोरोना पॉजिटिव मिला छात्र, प्रशासन में हड़कंप
गोपेश्वर में स्थित एक स्कूल के अंदर छात्र के अंदर हुई कोरोना की पुष्टि, प्रशासन में मचा हड़कंप
Oct 9 2021 6:57PM, Writer:अनुष्का ढौंडियाल
पूरे देश में इस समय कोरोना के मामले बेहद कम हैं और फिलहाल परिस्थितियां कंट्रोल में हैं जो कि राहत की खबर है। मगर आशंका जताई जा रही है कि अगर लापरवाही ऐसे ही बढ़ती रही तो तीसरी लहर जल्द ही भारत में दस्तक दे सकती है। बात करें उत्तराखंड की तो उत्तराखंड में भले ही कोरोना संक्रमण का खतरा टला हुआ है मगर यह संक्रमण अभी पूरी तरह से उत्तराखंड से नहीं गया है और इसका खतरा अब भी बरकरार है। कोरोना के मामलों में कमी को देखते हुए उत्तराखंड सरकार ने भले ही उत्तराखंड में सब कुछ खोल दिया है मगर इस संक्रमण को रोकना अपने आप में ही एक बड़ी चुनौती है। सरकार ने इस संक्रमण से बचाव के लिए नियमों का सख्ती से पालन करने के निर्देश भी दिए हैं मगर उसके बावजूद भी लापरवाही बरती जा रही है। वहीं इस समय सबसे बड़ा खतरा उन स्कूल के बच्चों के ऊपर है जो अपनी जान खतरे में डालकर रोजाना स्कूल जा रहे हैं।
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जी हां, उत्तराखंड में स्कूलों के खुलने के बाद कई छात्रों में भी कोरोना संक्रमण के मामले सामने आ रहे हैं जो कि चिंताजनक बात है। हाल ही में चमोली के गोपेश्वर में स्थित एक स्कूल के अंदर छात्र की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। चमोली जिले में कोरोना के केस बेहद नामात्र के हैं और लंबे समय के बाद गोपेश्वर में संक्रमण का मामला सामने आया है। स्कूल में बच्चे के पॉजिटिव पाए जाने के बाद बच्चे को आइसोलेट कर दिया गया है और स्वास्थ्य विभाग की टीम अन्य बच्चों की जांच कर रही है। गोपेश्वर के सुबोध विद्या मंदिर में हाल ही में छात्र-छात्राओं के सैंपल लिए गए थे जिसमें एक छात्र की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। विद्यालय में मास्क और अन्य जरूरी एहतियात बरतने के निर्देश दे दिए हैं। वहीं स्वास्थ्य विभाग संक्रमित छात्र के संपर्क में आए लोगों को चिन्हित कर रहा है और विभाग की टीम स्कूल में मौजूद अन्य बच्चों की जांच कर रही है। आंकड़ों की बात करें तो उत्तराखंड में इस समय कुल 166 एक्टिव केस मौजूद हैं जिसमें सबसे अधिक मरीज देहरादून में हैं। उत्तरकाशी में केवल दो एक्टिव केस मौजूद हैं। चंपावत और टिहरी जिले में एक भी सक्रिय मरीज नहीं होने से यह दोनों जिले कोरोना मुक्त हो गए हैं।