Rishikesh में Maharishi Boutique-Cafe
1
/
हम यहां के युवाओं को अवसर देने के लिए प्लेटफार्म तैयार कर रहे हैं। महर्षि बुटिक-कैफे ऐसा ही प्रयास है। हमारे यहां पांच लोगों का स्टाफ है, सभी पहाड़ से हैं। स्तुति का बुटिक-कैफे इसलिए अलग है, क्योंकि उन्होंने स्थानीय उत्पादों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ले जाने के लिए क्रिएटिविटी को जरिया बनाया है। कैफे में आने वाले पर्यटकों को गहथ की दाल, कंडाली का साग, मंडुवा की रोटी और दूसरे पहाड़ी व्यंजन परोसे जाते हैं। स्थानीय कारीगरों के बनाए शोपीस भी खूब पसंद किए जाते हैं।
Maharishi Boutique-Cafe Rishikesh-देवर्षि ने दिया पूरा साथ
2
/
नीदरलैंड से लौटे देवर्षि कहते हैं कि हमारे भोजन का टेस्ट इंडियन है, लेकिन प्रजेंटेशन यूरोपियन है। हम इसे वेंचर नहीं बल्कि क्रिएटिव आउटलेट कहना ज्यादा पसंद करते हैं। स्तुति कहती हैं कि हमें खुशी है कि हम जो भी बना रहे हैं, लोग उसे पसंद कर रहे हैं। हम विदेशी पर्यटकों को भारत की समृद्ध संस्कृति और खानपान के बारे में बताते हैं। अब हम कम्युनिटी के साथ मिलकर लोगों को आजीविका से जोड़ना चाहते हैं। इसी काम को आगे बढ़ाना चाहते हैं।