आगे रहा उत्तराखंड
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खास बात ये है कि इस बार बिहार, राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, महाराष्ट्र जैसे बड़े राज्य भी पीओपी में कैडेटों के संख्या बल में उत्तराखंड से पीछे रहे हैं। पिछले साल तक उत्तराखंड सेना को अफसर देने के मामले में चौथे या पांचवें स्थान पर रहता था, जबकि इस बार दूसरे नंबर पर रहा है। शनिवार को उत्तराखंड से 43 कैडेट पास आउट हुए, जो करीब 13 फीसदी हैं। आबादी के हिसाब से उत्तराखंड देश में 20वें स्थान पर है। देश में सर्वाधिक जनसंख्या वाले यूपी के उत्तराखंड से दो ज्यादा यानि 45 कैडेट पासआउट हुए।
देखिए आंकड़े
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राज्यवार संख्या पर गौर करें तो उत्तर प्रदेश से 45, उत्तराखंड से 43, हरियाणा से 34, राजस्थान से 23, बिहार से 26, पंजाब से 22 और मध्य प्रदेश से 20 सैन्य अफसर देश को मिले हैं। इसी तरह महाराष्ट्र के 20, हिमाचल के 13, जम्मू-कश्मीर के 11, दिल्ली के 11, तमिलनाडू के 07, कर्नाटक के 06, आंध्र प्रदेश के 05, चंडीगढ़ के 05, केरल के 05, झारखंड के 04, वेस्ट बंगाल के 03, तेलंगाना के 03, असम के 02, छत्तीसगढ़ के 02, गुजरात के 02, मणिपुर के 02, मिजोरम के 02, ओडिशा के 02 और नेपाल मूल के एक जेंटलमैन कैडेट को भारतीय सेना में अफसर बनने का अवसर मिला। स्वॉर्ड ऑफ ऑनर का प्रतिष्ठित पुरस्कार एसीए अनमोल गुरुंग को प्रदान किया गया। सीडीएस जनरल बिपिन रावत के निधन के चलते इस बार आयोजन को सादगीभरा रखा गया। शुक्रवार रात को होने वाले लाइड एंड साउंड समेत कई इवेंट रद्द रहे।