उत्तराखंड: विश्व के सबसे लंबे रोप-वे में शामिल होगा केदारनाथ रोप-वे, जानिए प्रोजक्ट की बड़ी खूबियां
केदारनाथ और हेमकुंड साहिब के अलावा पांच और रोपवे के लिए एनएचएआई ने सर्वे का काम शुरू कर दिया है।
Jun 29 2022 8:19PM, Writer:अनुष्का ढौंडियाल
चारधाम यात्रा को सुगम बनाने के लिए बड़ी परियोजनाओं पर काम चल रहा है।
details about Ropeway Project in Kedarnath
आने वाले वक्त में यात्री मिनटों में केदारनाथ धाम और हेमकुंड साहिब पहुंच सकेंगे। इन दोनों जगहों को रोपवे सेवा से जोड़ा जाएगा। जिसके लिए दो हजार करोड़ का बजट जारी किया गया है। एनएचएआई की एजेंसी नेशनल हाईवे लॉजिस्टिक मैनेजमेंट लिमिटेड ने दोनों रोपवे की डीपीआर तैयार कर ली है। अब वन भूमि हस्तांतरण के लिए केंद्र के साथ प्रक्रिया चल रही है। इसके अलावा पांच और रोपवे के लिए एनएचएआई ने सर्वे का काम शुरू कर दिया है। सोमवार को पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज की अध्यक्षता में उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद की 22वीं बोर्ड बैठक हुई। जिसमें कई प्रस्तावों को हरी झंडी मिली। सचिव पर्यटन दिलीप जावलकर के अनुसार केदारनाथ रोपवे के आकार लेने पर यह विश्व के सबसे लंबे रोपवे में शामिल हो जाएगा। इसकी लंबाई लगभग 11.5 किलोमीटर होगी और 25 मिनट में सोनप्रयाग से केदारनाथ तक पहुंचा जा सकेगा। आगे पढ़िए
समुद्रतल से साढ़े ग्यारह हजार फीट की ऊंचाई पर स्थित केदारनाथ धाम के लिए गौरीकुंड से धाम तक की पैदल दूरी करीब 16 किलोमीटर की है। बैठक में कहा गया कि सोनप्रयाग से केदारनाथ रोपवे का निर्माण 1200 करोड़ और हेमकुंड साहिब से गोविंदघाट रोपवे का निर्माण 850 करोड़ से किया जाएगा। इसके अलावा पंच कोटी से बौराड़ी, बलाटी बैंड से खलिया टॉप, ऋषिकेश से नीलकंठ, औली से गौरसौं और रानीबाग से हनुमान गढ़ मंदिर के बीच भी रोपवे सेवा शुरू की जाएगी। इसके लिए सर्वेक्षण शुरू कर दिया गया है। वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिए परिषद की गतिविधियों को संचालित करने के लिए कुल 55 करोड़ का बजट पारित किया गया। पैराग्लाइडिंग, माउंटेन बाइकिंग, एडवेंचर समिट, स्कीइंग चैंपियनशिप, टिहरी झील महोत्सव, योग महोत्सव के आयोजन का प्रस्ताव भी बोर्ड में रखा गया। पर्यटन के प्रचार-प्रचार के लिए 30 करोड़ की धनराशि का प्रावधान किया गया है।