गर्व का पल: गढ़वाल के बेमिसाल ढोल वादक सोहन लाल को मिलेगी डॉक्टरेट की मानद उपाधि
हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय ढोलसागर के प्रखर विद्वान, प्रसिद्ध ढोलवादक सोहन लाल जी डॉक्टरेट की मानद उपाधि प्रदान करेगा। पढ़िए श्रीनगर संवाददाता राजेन्द्र नेगी की रिपोर्ट
Nov 24 2022 1:09AM, Writer:राज्य समीक्षा डेस्क
आज 23 नवम्बर 2022 को हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय के चौरास परिसर स्थित क्रियाकलाप केन्द्र (एक्टिविटी सेंटर) में विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो अन्नपूर्णा नौटियाल ने एक पत्रकारवार्ता की।
honorary doctorate to drummer Sohan Lal
दसवें दीक्षांत समारोह के समन्वयक प्रो वाई पी रैवानी ने इस अवसर पर स्वर्ण जयंती के लोगो का विस्तृत परिचय दिया। 1 दिसम्बर 2022 को आयोजित होने वाले दसवें दीक्षान्त समारोह से पूर्व कुलपति ने पत्रकारवार्ता के माध्यम से दीक्षान्त समारोह की रूपरेखा पर विस्तृत चर्चा की। गौरतलब है कि कुलपति प्रो अन्नपूर्णा नौटियाल के संरक्षण मे पिछले पांच वर्षों से लगातार विश्वविद्यालय में दीक्षान्त समारोह का आयोजन हो रहा है। पत्रकारों को बातचीत करते हुए कुलपति ने बताया कि 1 दिसंबर 2022 को आयोजित होने वाले दीक्षान्त समारोह के मुख्य अतिथि नीति आयोग के पूर्व उपाध्यक्ष एवम पहले इंडिया फाउंडेशन के अध्यक्ष डॉ राजीव कुमार होगें तथा इस अवसर पर विश्वविद्यालय उतराखंड की प्राचीन संस्कृति और परम्परा, ढोलसागर के प्रखर विद्वान, प्रसिद्ध ढोलवादक श्री सोहन लाल जी को डॉक्टरेट की मानद उपाधि प्रदान करेगा।वर्ष 2021-22 में विश्वविद्यालय से 150 पीएचडी, स्नातकोत्तर 4531 छात्र-छात्राओं को उपाधि प्रदान की जाएगी, जिसमें से दसवें दीक्षान्त समारोह के लिए पीएचडी के 76, स्नातकोतर के लिए 246 छात्र-छात्राओं ने समारोह में उपाधि प्राप्त करने के लिए पंजीकरण किया है। आगे पढ़िए
इस अवसर पर विश्वविद्यालय स्तर पर अपने अपने विषयों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले छात्र-छात्राओं को 59 स्वर्ण पदक भी प्रदान किया जाएंगे जिसमें 45 स्वर्ण पदक विश्वविद्यालय द्वारा तथा 14 स्वर्ण पदक दान-दाताओं की ओर से प्रदान किए जाएंगे। दीक्षांत समारोह के उपरांत विश्वविद्यालय में भारतीय हिमालयी केंद्रीय विश्वविद्यालय संघ , हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय एवम पहले इंडिया फाउंडेशन के संयुक्त तत्वाधान में एक कार्यशाला आयोजित होगी जिसमें विभिन्न विश्वविद्यालयों के कुलपति शामिल होंगे तथा 2 दिसम्बर को छात्र-छात्राओं के साथ भी कार्यशाला की जाएगी । वहीं इस अवसर पर कुलपति ने कहा कि विश्वविद्यालय 1 दिसम्बर 2022 को अपने 50वें वर्ष में प्रवेश कर रहा है जो विश्वविद्यालय के लिए ही नही बल्कि पूरे उतराखंड के लिए हर्ष का विषय है। उन्होंने विश्वविद्यालय की स्थापना के लिए हुए जन-आन्दोलन से लेकर विश्वविद्यालय की 50वें वर्ष तक पहुंचने की यात्रा पर चर्चा की और बताया कि स्वर्ण जंयती के अवसर पर विश्वविद्यालय 1 दिसम्बर 2022 से 1 दिसम्बर 2023 तक पूरे एक वर्ष तक विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन करेगा। स्वर्ण जंयती के कार्यक्रमों के तहत विश्वविद्यालय के सभी परिसरों में कार्यक्रम आयोजित होंगे।