देहरादून में दो लाख से ज्यादा लोग परेशान.. बिजली-पानी ने रुला कर रख दिया !
सुविधाओं का रोना देखना है तो देहरादून चले आइए। अलग अलग इलाकों में बिजली कटौती और पानी की परेशानी से जनता त्रस्त हो गई है। पढ़िए अपने-अपने इलाके की रिपोर्ट
Sep 18 2018 6:02PM, Writer:रश्मि पुनेठा
देहरादून कहने को तो उत्तराखंड की राजधानी है लेकिन यहां के लोगों को बिजली की कटौती और पानी की समस्या से इन दिनों दो चार होना पड़ रहा है। शहर के 50 से अधिक इलाकों के करीब दो लाख लोग बिजली की आंख मिचौली से परेशान है। ये हालात तब है कि शहर को तीन-तीन सब स्टेशन से बिजली की शेयरिंग की गई। इसके बावजूद दून में बिजली की आपूर्ति सुचारू नहीं की जा सकी। लगातार बिजली की कटौती की वजह से लोगों को दिन भर गर्मी से भी राहत नहीं मिल सकी। दिलाराम, अमेठी, बारीघाट, हाथीबड़कला, दून विहार, मैक्स, मसूरी, राजपुर रोड, चिड़िया मंडी, ऑर्डनेंस फैक्ट्री, एमडीडीए ये वो इलाके है जहां लाइट के गुल रहने से लोगों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। वही लगातार पावर कट की वजह से दो दर्जन से ज्यादा इलाकों में पानी को लेकर भी लोग परेशान रहे।
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जिन इलाकों में पेयजल आपूर्ति प्रभावित रही उसमें खुड़बुड़ा, डोभालवाला, महिला आइटीआइ क्षेत्र, तहसील क्षेत्र, गांधी रोड, बदरीनाथ कॉलोनी, विजय कॉलोनी, अंसारी मार्ग, चुक्खूवाला, झंडा मोहल्ला, कांवली जैसे कई नाम शामिल है। खासकर उत्तर क्षेत्र में यह समस्या अधिक रही, जबकि दक्षिण क्षेत्र में कुछ इलाकों में एक समय पानी दिया गया। देहरादून में गुई पावर कट की परेशानी दरअसल ग्रिड का टावर गिरने से हुई। बताया जा रहा है कि 11 जुलाई को बिंदाल नदी पर खड़ा 80 मेगावाट लोड का ग्रिड का टावर गिर गया था। पावर ट्रांसमिशन ऑफ उत्तराखंड लि. (पिटकुल) ने शनिवार से इसे खड़ा करने का काम शुरू किया। जो अगले दिन रविवार तक पूरा किया जा सका। इस दौरान पिटकुल ने बिंदाल सब स्टेशन से जुड़े क्षेत्रों में सुबह 11 बजे से शाम छह बजे तक का शटडाउन लिया था।
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इस सब स्टेशन के अंतर्गत 11 केवी के 11 फीडर आते हैं। इन सभी में पावर कट की समस्या खड़ी हो गई। 11 फीडर से जुड़ी करीब दो लाख की लोगों को पूरे दिन बिजली की किल्लत न झेलनी पड़े, इसके लिए ऊर्जा निगम ने 132 केवी माजरा, 220 केवी झाझरा और 132 केवी के पुरकुल सब स्टेशन से बिजली की शेयरिंग की थी। इसके बावजूद लोगों को पूरे दिन इस समस्या से परेशान होते हुए देखा गया। इसकी वजह रही प्रभावित क्षेत्र 50 से अधिक होना। इतने ज्यादा इलाकों के होने की वजह से दिनभर दो से चार घंटे तक लाइट गायब रही। वही ऊर्जा निगम के अधीक्षण अभियंता (नगरीय) शैलेंद्र सिंह का कहना है कि पिटकुल ने टावर खड़ा कर दिया है और अब बिजली की आपूर्ति पूरी तरह सुचारू हो गई है। भले ही अब परेशानी का निदान कर दिए जाने की बात कही जा रही हो लेकिन राजधानी के लोगों को दो दिन तक बिजली और पानी के लिए खासा परेशान होना पड़ा है।